
भारत से कश्मीर अलग हो जाए, ये भी था पन्नू का इरादा
खालिस्तान की मांग करने वाले पन्नू का इरादा है कि कश्मीर अलग हो जाए और मुस्लिमों के लिए एक अलग देश तैयार हो। इसके अलावा वह इंडिया गेट पर खालिस्तानी झंडा फहराने पर अढ़ाई मिलियन डॉलर का इनाम तक घोषित कर चुका है। एनआईए की वांटेड लिस्ट में गुरपतवंत सिंह पन्नू 2019 से ही शामिल है। उसके खिलाफ पंजाब समेत देश के कई हिस्सों में नफरत और आतंकवाद फैलाने के मामलों में केस दर्ज हैं। नए डोजियर के मुताबिक पन्नू पर पूरे देश में 16 केस दर्ज हैं। दिल्ली ,पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड में खालिस्तानी मूवमेंट को लेकर उस पर ये केस दर्ज किए गए हैं।
शुरू से रही है पंजाब को भारत से अलग करने का मांग
नए डोजियर के अनुसार बंटवारे के समय 1947 में पन्नू पाकिस्तान के खानकोट गांव से अमृतसर आया था। उसने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ली है और उसके माता पिता की मौत हो चुकी है। पन्नू का भाई मगवंत सिंह विदेश में रहता है। पन्नू अमरीका में अलगाववादी ग्रुप सिख फॉर जस्टिस का प्रमुख है और पंजाब को भारत से अलग करने की मांग करता रहता है।
डोजियर के मुताबिक पन्नू भारत को अलग-अलग टुकड़ों में बांटकर कई देश बनाना चाहता है। वह धार्मिक आधार पर विभाजन चाहता है। पन्नू देश के मुस्लिमों को बहला-फुसलाकर एक मुस्लिम देश बनाना चाहता हैं, जिसका नाम वह डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ उर्दुस्तान रखना चाहता है। इसके अलावा वह कश्मीर के लोगों को भी रेडिक्लाइज कर रहा है, जिससे कश्मीर को भारत से अलग किया जा सके।

ये जानकारी भी आई सामने
खालिस्तान समर्थक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) दुनिया भर के विभिन्न देशों में अपना आतंकी नेटवर्क फैला रहा है। एनआईए की रिपोर्ट है कि यह संगठन विभिन्न देशों में अच्छे से बसे खालिस्तान समर्थकों की मदद से अपने महत्त्वपूर्ण सदस्यों और तड़ीपार आतंकियों को बसाने की कोशिश कर रहा है। बीकेआई आतंकवादियों की मौजूदगी भारत के बाहर पाकिस्तान, उत्तरी अमरीका, यूरोप और स्कैंडिनेविया में है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की चार्जशीट से इस बात भी खुलासा होता है कि बीकेआई के कदम ने गैंगस्टर और खालिस्तान समर्थक तत्त्वों के बीच एक आतंकवादी-गैंगस्टर नेटवर्क विकसित किया है। एनआईए ने अपने आरोप पत्र में कहा है कि यह बीकेआई था, जिसने महत्त्वपूर्ण सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया और हमला किया।(एएमएपी)



