भारत में हरित क्रांति के जनक कहे जाने वाले एमएस स्वामीनाथन का निधन हो गया है। उन्होंने 98 वर्ष की आयु में गुरुवार को चेन्नई में आखिरी सांस ली। स्वामीनाथन को भारत के एक लोकप्रिय वैज्ञानिक के तौर पर जाना जाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामीनाथन के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, “स्वामीनाथन जी के निधन से दुख पहुंचा है। देश के इतिहास के इस बेहद अहम काल के दौरान कृषि क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व कार्यों ने करोड़ों लोगों की जिंदगी बदल दी और देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की।”
कई पुरस्कारों से हो चुके सम्मानित

कृषि को बढ़ावा देने पर था जोर
उनके नाम पर हुआ था आयोग का गठन
बता दें कि स्वामीनाथन आयोग का गठन 18 नवंबर, 2004 को किया गया था। दरअसल, इस आयोग का नाम राष्ट्रीय किसान आयोग है और इसके अध्यक्ष एमएस स्वामीनाथन हैं। उन्हीं के नाम पर इस आयोग का नाम स्वामीनाथन आयोग पड़ा। इस आयोग ने लंबे समय तक किसानों की समस्या को समझने के बाद केंद्र से कृषि क्षेत्र में कई जरूरी सुधारों की मांग की थी।(एएमएपी)



