भारतीय रेलवे ने जापान के बुलेट ट्रेन मॉडल की तकनीक अपनाई है। एक अक्टूबर से वंदेभारत ट्रेनों को 14 मिनट में साफ करने का ऐतिहासिक कदम उठाया है। ‘14 मिनट क्लीन-अप’ का उद्देश्य समय की पाबंदी और टर्नअराउंड समय में सुधार करना है। अब सभी वंदे भारत ट्रेन को केवल 14 मिनट में साफ किया जाएगा। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह कदम एक बड़ा कदम है क्योंकि अन्यथा ट्रेन को साफ करने में लगभग तीन घंटे लगते हैं।रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुग्राम में एक स्वच्छता कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पत्रकारों से कहा कि वंदेभारत ट्रेनों के लिए ‘14 मिनट का क्लीन-अप’ का प्रोटोकॉल तैयार किया गया है। इसे शुरुआती तौर पर 35 स्थानों पर शुरू किया गया है। बाद में इसे अन्य जगहों पर बढ़ाया जाएगा। रेल मंत्रालय ने रविवार को एक व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया। इसमें स्वयंसेवक महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि के रूप में एक घंटे का श्रमदान किया गया। इस विशाल स्वच्छता अभियान के लिए भारतीय रेलवे ने पूरे देश में लगभग 20 हजार कार्यक्रम किए।

हर कोच में होंगे चार कर्मचारी

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम चाहते हैं कि सभी ट्रेनों की सफाई 14 मिनट में हो जाए लेकिन हम अभी इसकी शुरुआत वीबी (वंदे भारत) ट्रेनों से कर रहे हैं। प्रत्येक वंदे भारत कोच में कुल चार कर्मचारी तैनात होंगे। इस पहल को लागू करने के लिए सफाई कर्मचारियों को न केवल एक महीने से अधिक समय तक प्रशिक्षित किया गया है, बल्कि मॉक ड्रिल भी की गई है।” वैष्णव रविवार को दिल्ली छावनी रेलवे स्टेशन पर इस पहल की शुरुआत करने के लिए तैयार हैं। अधिकारी ने कहा, ”29 से अधिक वंदे भारत ट्रेनें रविवार को पूरे देश में एक साथ इस सिस्टम को लॉन्च करेंगी।”

अभी करीब 68 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं चालू

जिन स्टेशनों पर ऐतिहासिक कार्यक्रम शुरू किया जाएगा उनमें वाराणसी, गांधीनगर, नागपुर, न्यू जलपाईगुड़ी, मुंबई सीएसएमटी, हजरत निजामुद्दीन, दिल्ली कैंट, कासरगोड, गुवाहाटी राउरकेला और अन्य शामिल हैं। देश में अभी करीब 68 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं चालू हैं।

रेल मंत्री ने दिए थे बदलाव के संकेत

उल्लेखनीय है कि इस साल की शुरुआत में जनवरी में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत की प्रीमियम ट्रेनों की सफाई प्रक्रिया में बदलाव का संकेत दिया था। अब, इस पहल के साथ रेलवे प्रभावी और पूरी तरह कार्यात्मक साबित होने पर सभी ट्रेनों में समान कुशल सफाई तंत्र का विस्तार करने की योजना बना रहा है। (एएमएपी)