55.43 सेकेंड में पूरी की 400 मीटर रेस।

एशियाई खेलों में भारत के खिलाड़ियों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। अब तक कई भारतीय खिलाड़ी स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीत चुके हैं। इस सूची में भारत की बेटियों का नाम भी शुमार है। एशियाई खेल 2023 में विद्या रामराज ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने महान एथलीट पीटी उषा के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। विद्या ने 55.43 सेकेंड में 400 मीटर रेस पूरी की। इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में पीटी उषा के 39 साल पुराने राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। 1984 में पीटी उषा ने 55.42 सेकेंड में यह दौड़ पूरी की थी। अब विद्या ने भी यह कर दिखाया है। इससे पहले विद्या का बेस्ट रिकॉर्ड 55.43 सेकेंड था। वह हीट 1 से बहरीन की अमीनत ओए जमाल के साथ सीधे फाइनल के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं।

भाग लेने के साथ ही बनाया था रिकॉर्ड

विद्या की बहन नित्या भी एशियाई खेलों में भाग ले रही हैं। विद्या और नित्या भारत की पहली जुड़वा बहने हैं, जो एक साथ एशियाई खेलों में भाग ले रही हैं। नित्या का जन्म विद्या से एक मिनट पहले हुआ था। इन दोनों के पिता कभी अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए कोयंबटूर की गलियों में ऑटो-रिक्शा चलाते थे। नित्या महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ और विद्या 400 मीटर बाधा दौड़ में भाग लेती हैं।

रामराज और मीना की दोनों बेटियों का जन्म कोयंबटूर में हुआ था और 2014 तक एक स्थानीय सरकारी स्कूल में पढ़ते हुए बड़ी हुईं। 2014 में विद्या ने पदक जीता, लेकिन इसके आगे का सफर काफी मुश्किल था। कोच नेहपाल सिंह राठौड़ की मदद से उन्होंने फिर से कड़ी मेहनत की और 2021 फेडरेशन कप में 400 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद ओपन नेशनल में डबल हासिल किया और इससे विद्या को रेलवे में नौकरी मिल गई। पलक्कड़ डिवीजन के वरिष्ठ क्लर्क बनने के बाद परिवार की हालत काफी बेहतर हुई। नित्या चेन्नई में आयकर विभाग में शामिल हैं और अब मल्टी-टास्किंग स्टाफ के रूप में चेन्नई में तैनात हैं।(एएमएपी)