पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या क्यों की गई। इस बात का 17 माह बाद सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। आपको बता दें कि मूसेवाला की 29 मई 2022 को मानसा के गांव जवाहरके में अंधाधुंध गोलियां चलाकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग ने ली थी।

मूसेवाला हत्याकांड में 17 महीन बीत जाने के बाद सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। इसका खुलासा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भांजे सचिन थापन ने कर दिया है। लॉरेंस के भानजे सचिन ने मूसेवाला की हत्याकांड के कारण और मौत की तिथि तय होने के समय का भी खुलासा कर दिया है।

लॉरेंस के भानजे सचिन के अनुसार 2021 में कबड्डी कप हुआ था। यह ही मूसेवाला की हत्या का कारण बना। यह आयोजन बंबीहा गैंग ने किया था। इसी के बाद ही हत्या की साजिश रची गई। सचिन ने कहा कि वह इस दौरान जेल में था मगर उसे पता चल गया था कि मूसेवाला की हत्या होगी।

विवाद इस बात पर हुआ

लॉरेंस बिश्रोई ने मूसेवाला को फोन किया। फोन पर कहा था कि वह इस कबड्डी कप में न जाएं। लॉरेंस के मना करने के बाद भी पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला वहां चला गया। इसके बाद में लॉरेंस बिश्रोई ने मूसेवाला को फोन पर पूछा कि उसके मना करने के बाद भी वहां क्यों गया? पुलिस सूत्रों के अनुसार सचिन थापन ने बताया कि लॉरेंस ने मूसेवाला को गालियां दीं, पंजाबी गायक मूसेवाला ने भी लॉरेंस को उसी अंदाज में जवाब दिया।वर्ष 2022 में हुई थी गायक की हत्या

आपको बता दें कि पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 को मानसा के गांव जवाहरके में अंधाधुंध गोलियां मारकर हत्या की गई थी। इसके बाद तो हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस और गोल्डी बराड़ गैंग ने ली थी। पुलिस ने इस केस में 30 से अधिक व्यक्तियों के खिलाफ केस किया था। मानसा के एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने बताया कि मामला अभी जांच का विषय हैं। इसके बारे में अभी कुछ भी कहना मुनासिब नहीं होगा।
यहीं से ही वह  लारेंस और गोलडी बराड़ के साथ संपर्क में था। लॉरेंस के कहने पर ही मूसवाला की हत्या को अंजाम दिया गया। सचिन ने  ही शूटर्स को हथियार मुहैया करवाए थे और अप्रेल में  फर्जी पासपोर्ट के जरिए दुबई भाग गया था।उधर, दिल्ली पुलिस ने कल उसे दिल्ली की एक अदालत में पेश किया, जहां से उसे 10 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। यह भी पता चला है कि पंजाब पुलिस भी बिश्नोई का रिमांड हासिल करेगी तांकि और भी बड़े खुलासे हो सके।

बंबीहा गैंग ने किया था कबड्डी कप का आयोजन

सचिन को अजरबैजान से भारत लाए जाने के बाद मनसा पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई थी. सचिन थापन ने कहा कि वह अगस्त 2021 में लॉरेंस बिश्नोई के साथ राजस्थान की अजमेर जेल में बंद था. इसी बीच पंजाब में कबड्डी कप का आयोजन होना था, इस कबड्डी कप का आयोजन बंबीहा गैंग द्वारा किया गया था।

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इसी बात को लेकर विवाद हो गया

लॉरेंस ने मूसेवाला को फोन पर कहा था कि वह इस कप में न जाएं. लॉरेंस के मना करने के बावजूद सिद्धू मूसेवाला वहां गया. इसके बाद लॉरेंस ने मूसेवाला से फोन पर पूछा कि उसके मना करने के बावजूद वह वहां क्यों गया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सचिन थापन ने कहा कि लॉरेंस ने मूसेवाला को गाली दी थी और मूसेवाला ने उसी की भाषा में उसको जवाब दिया था।

2022 में मूसेवाला की हत्या कर दी गई

29 मई 2022 को मानसा के जवाहरके गांव में अंधाधुंध फायरिंग कर सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी. बाद में लॉरेंस और गोल्डी बराड गिरोह ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी. पुलिस ने इस मामले में 30 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. मानसा के एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने कहा कि मामले की अभी जांच चल रही है।

उत्तर प्रदेश में ‘बड़ा कांड’ करने की  मिली थी सुपारी

तस्वीरों में सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की प्लानिंग करने वाला और हाल ही में अजरबैजांन से डिपोर्ट हुआ सचिन थापान दिखाई दे रहा है. सचिन के साथ-साथ बिश्नोई गैंग के तमाम शूटर (वो शूटर जिनमें से कई ने सिद्धू पर गोलियां चलाईं थीं) अयोध्या और लखनऊ में घूमते नजर आ रहे हैं. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से पहले बिश्नोई गैंग को उत्तर प्रदेश में “बड़ा कांड”  करने की सुपारी मिली थी।

सफेदपोश को टारगेट करने के लिए कहा गया था, लेकिन…

सूत्रों के मुताबिक, बिश्नोई गैंग को उत्तर प्रदेश में किसी बड़े सफेदपोश को टारगेट करने के लिए कहा गया था, लेकिन प्लान फेल हुआ, जिसके बाद सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को अंजाम दिया गया. शूटरों की सामने आई तस्वीरों में विदेशी हथियारों का जखीरा दिखाई दे रहा है. इनमें एक आधुनिक पिस्टल भी है, जो खासतौर से पाकिस्तान से मंगवाई गई थी।फार्म हाउस में कई दिनों तक फायरिंग की प्रैक्टिक की

हथियारों के साथ तस्वीर में मौजूद हैं बिश्नोई गैंग के शूटर सचिन भिवानी, कपिल पंडित दिखाई दे रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान से तस्करी के जरिए मंगवाए गए हथियारों के साथ शूटर अयोध्या पहुंचे थे. हथियारों के साथ बिश्नोई गैंग के शूटर अयोध्या में कई दिन रुके और अयोध्या ने एक स्‍थानीय नेता के फार्म हाउस पर कई दिनों तक फायरिंग की प्रैक्टिक की गई थी।

सचिन थापन को दिल्ली पुलिस जांच के लिए लाएगी अयोध्या

सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या समेत लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में लारेंस बिश्नोई का सबसे करीबी सचिन बिश्नोई बाकी गैंग मेंबर्स के कई दिनों तक ठिकाना बनाए हुए था. जांच एजेंसियां अब बिश्नोई गैंग के उत्तर प्रदेश में मौजूद मददगारों की पहचान में तलाश में जुट गई हैं. जल्द ही अजरबैजान से पकड़े गए सचिन थापन को लेकर दिल्ली पुलिस अयोध्या जाएगी। (एएमएपी)