राम मंदिर एक बहाना 2024 की तैयारी, विपक्ष उद्घाटन को लेकर हमलावर
सुप्रीम कोर्ट के आदेश से अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर के बहुप्रतीक्षित उद्घाटन की तारीख आ गई है. श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने आगामी 22 जनवरी 2024 को मंदिर के उद्घाटन की तिथि तय की है और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है। इसे लेकर विपक्ष ने सवाल खड़ा किया है. गुरुवार (26 अक्टूबर) को कांग्रेस के नेता सलमान खुर्शीद ने पूछा है कि पीएम मोदी को इस कार्यक्रम में बुलाने की जरूरत क्या है?
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक खुर्शीद ने कहा, “क्या राम मंदिर का उद्घाटन अब केवल एक पार्टी का कार्यक्रम बन गया है? भगवान सबके हैं. हर पार्टी को निमंत्रण मिलना चाहिए. मंदिर निर्माण ट्रस्ट को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या केवल एक पार्टी को आमंत्रण भेजा गया है या सभी को भेजा गया है. मुझे दूसरे दलों का आमंत्रित करने के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है.” उन्होंने दावा किया कि राम मंदिर उद्घाटन को लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ के लिए एक पार्टी का कार्यक्रम बनाने की कोशिश हो रही है।
‘राम मंदिर हमारे सनातन धर्म का महत्वपूर्ण प्रतीक’
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इसी तरह का सवाल उठाया. उन्होंने कहा, “क्या राम मंदिर बीजेपी का है? यह हमारे सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है. यह देश के हर किसी से जुड़ा है।
#WATCH | General Secretary of Sri Ram Janambhoomi Trust Champat Rai on meeting PM Narendra Modi and confirming January 22, 2024 as the date of installation of Lord Ram idol in the Garbhagriha of the Ram Mandir in Ayodhya, Uttar Pradesh. pic.twitter.com/wBtWetiNW6
डीएमके नेता टीकेएस एलनगोवन ने तो एक कदम आगे बढ़ते हुए कहा है कि राम का जन्म एक मिथक है. उन्होंने (बीजेपी) इतिहास को ध्वस्त कर दिया और उसे मिथक से रिप्लेस करने की कोशिश कर रहे हैं. केंद्र पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी के लिए राम महत्वपूर्ण नहीं हैं, लेकिन राम के नाम पर उन्हें राजनीतिक लाभ होना है इसलिए इस कार्यक्रम का राजनीतिक इस्तेमाल कर रहे हैं।
‘…तो पीएम मोदी खुद ही कार्यक्रम में पहुंच जाते’
शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने भी पीएम मोदी को आमंत्रित किए जाने को लेकर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा है, “पीएम मोदी को आमंत्रित करने की क्या जरूरत है. वह तो खुद ही इस कार्यक्रम में शामिल हो जाएंगे। उन्होंने कहा, “राम मंदिर के लिए हजारों स्वयंसेवकों ने जान दी. शिवसेना, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद जैसे हिंदुत्ववादी संगठनों और दलों ने इसमें हिस्सा लिया था. लालकृष्ण आडवाणी ने रथ यात्रा निकाली. इन सब का परिणाम है कि राम मंदिर बनाया जा रहा है. इसमें निश्चित तौर पर पीएम मोदी जाएंगे और पूजा करेंगे, लेकिन मुझे लगता है कि इसे चुनावी तैयारी की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।
22 जनवरी को मंदिर का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी
आपको बता दें कि श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में भगवान श्री राम की मूर्ति को मंदिर के गर्भ गृह में प्रतिस्थापित करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है. पीएम ने इसे स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा है कि उनका सौभाग्य है कि वह इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के साक्षी बनेंगे।
#WATCH | Gwalior, MP: On Madhya Pradesh Congress President Kamal Nath’s statement regarding Ram Mandir, Union Minister Jyotiraditya Scindia says, “It’s good. Der aaye par durust aaye,” pic.twitter.com/2Lw2IYIAzw
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, “क्या यह अब एक पार्टी कार्यक्रम बन गया है? भगवान सबके हैं। हर पार्टी को निमंत्रण मिलना चाहिए था। उन्हें कम से कम यह स्पष्ट करना चाहिए था कि सभी को आमंत्रित किया जाएगा। मुझे ऐसा कोई बयान नहीं मिला है।” (एएमएपी)