अमेरिका ने अब इजरायल पर हमला करने वाले आतंकवादी संगठन हमास से निपटने एक खास रणनीति बनाई है। यूएस ने हमास के सभी वित्तीय स्रोतों को पूरी तरह खत्म करने का कदम उठाएगा। इसके तरह गुट से जुड़े लोगों और संगठनों के खिलाफ दूसरे दौर के प्रतिबंधों की घोषणा की गई। अमेरिका के वित्त विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय ने इसे लेकर एक बयान जारी किया। इसमें कहा गया कि नए प्रतिबंध हमास को वित्तीय और रसद की सहायता मुहैया कराने में ईरान की भूमिका को उजागर करते हैं। इनमें ईरान में हमास का एक प्रतिनिधि और ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड के सदस्य शामिल हैं।

हमास को फंड बंद करने चलाया जा रहा कैंपेन

हमास के इजरायल पर हमले के बाद यह दूसरा मौका है जब अमेरिका ने उससे जुड़े लोगों पर प्रतिबंध लगाया है। मालूम हो कि हमास के अचानक किए गए अटैक में 1,400 से अधिक लोग मारे गए थे। आतंकी संगठन के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा ऐसे समय की गई, जब अमेरिका के उप वित्त मंत्री वैली अडेयेमो लंदन की यात्रा पर हैं। हमास के लिए फंड मुहैया कराने को बंद करने के लिए एक तरह का कैंपेन चलाया जा रहा है। इस प्रयास में अमेरिका के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक ब्रिटेन का समर्थन अहम है। ध्यान रहें कि हमास को यूएस और ब्रिटेन आतंकवादी संगठन मानते हैं।

क्‍या बोले अमेरिका के उप वित्त मंत्री ?

अमेरिका का उप वित्त मंत्री अडेयेमो ने कहा, ‘आज की कार्रवाई हमारे आतंकवाद विरोधी प्रतिबंध वाले प्रावधानों को प्रभावी बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही हमास को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली का शोषण करने की क्षमता से वंचित करना जरूरी है। इसके लिए हमारे वैश्विक भागीदारों के साथ काम करके उसके (हमास के) वित्तपोषण नेटवर्क को खत्म करने की अमेरिका पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। निशाना बनाए गए लोगों में खालिद कद्दूमी भी शामिल है, जिसे हमास और ईरानी सरकार के बीच संपर्क सूत्र बताया गया है।

हमास लड़ाकों को ट्रेनिंग देने वाले पर भी पाबंदी

इसके अलावा, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर के कुद्स फोर्स के अधिकारी अली मुर्शद शिराजी और मुस्तफा मोहम्मद खानी भी प्रतिबंध सूची में शामिल हैं। इन पर हमास लड़ाकों को ट्रेनिंग देने और उनकी सहायता करने का आरोप है। अमेरिका ने इसके अलावा कई संगठनों पर भी प्रतिबंध की घोषणा की है। वहीं, हमास-शासित क्षेत्र में जमीनी आक्रमण की तैयारी कर रहे इजरायली बलों ने गाजा में दो दिन में दूसरी बार जमीनी हमले किए और शहर के बाहरी इलाकों को निशाना बनाया। इस दौरान अमेरिका के लड़ाकू विमानों ने भी पूर्वी सीरिया में कुछ स्थानों पर हमले किए। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के कार्यालय पेंटागन ने बताया कि ईरान की रेवोल्यूशनरी गार्ड कोर (आईआरजीसी) से जुड़े ठिकानों पर शुक्रवार तड़के हवाई हमले किए गए।(एएमएपी)