हमास ने इजरायल में 7 अक्टूबर को बड़े हमले को अंजाम देते हुए 1400 लोगों को मार डाला था। इसके बाद से इजरायली सेना गाजा पट्टी में हमले कर रही है। इजरायल ने 2 लक्ष्य बनाकर ये जंग शुरू की है। उसकी सेना की ओर से हमास के एक हजार से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया गया है। वहीं गाजा पट्टी में युद्ध शुरू होने के बाद से करीब 9 हजार लोग इजरायली बमबारी में मारे गए हैं। इस संघर्ष में फिलीस्तीन में अब तक 22 हजार लोग घायल हो चुके हैं।

तेल अवीव: इजरायली सेना ने कहा है कि उसने हमास के डिफेंस की पहली लाइन को तोड़ दिया है। हमास की रक्षा को तोड़ते हुए इजरायली टैंक गाजा शहर की ओर बढ़ रहे हैं। इस संघर्ष में आईडीएफ के 17वें सैनिक की मौत गुरुवार सुबह हुई है। सेना ने अपने 17 सैनिकों की मौतों को ‘भारी कीमत’ कहते हुए शोक जताया है। साथ ही जंग को जारी रखने की बात कही है।

इजरायली सेना ने कहा है कि हमास के खात्मे तक युद्ध लड़ना जारी रखा जाएगा। इजरायली सेना ने गुरुवार को भी गाजा पट्टी पर हमला जारी रखा और हमास के एक एंटी टैंक मिसाइल समूह के कमांडर को मार गिराया। इजरायल डिफेंस फोर्स के प्रवक्ता एडमिरल डैनियल हगारी ने बताया है कि खुफिया जानकारी और जमीन, हवा और समुद्र के हमलों के जरिए हमने गाजा पट्टी के उत्तर में हमास की रक्षा की अगली पंक्तियों को ध्वस्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि बीते पांच दिन में हमने हमास की रणनीतिक सुविधाओं, विस्फोटकों, भूमिगत सुरंगों में से ज्यादातर को नष्ट कर दिया है।क्या गाजा में अपने 2 लक्ष्यों की तरफ बढ़ रहा इजरायल?
इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ऐलान किया है कि उन्होंने युद्ध के दो लक्ष्य निर्धारित किए हैं। एक हमास की सैन्य क्षमता पूरी तरह खत्म करना और दूसरा बंधकों को वापस लाना। इजरायल ने कहा कि हमास के खत्म हो जाने पर वह गाजा से अलग हो जाएगा। रक्षा मंत्री योव गैलेंट के मुताबिक गाजा में नई सुरक्षा व्यवस्था की बात की है, जिसमें रोजाना की जिंदगी में इजरायल का हस्तक्षेप नहीं कोई होगा।इजरायल ने अपने जो दो लक्ष्य रखे हैं, उनके लिए उसकी सेना ने गाजा में बड़ा अभियान छेड़ा हुआ है। हालांकि ये दोनों लक्ष्य बहुत वो आसान नहीं हैं। गाजा पट्टी में इजरायली सेना के एंट्री करने के बाद लड़ाई गलियों में फैल जाती है। जिसके बाद आम नागरिकों को इससे बचाना मुश्किल हो जाएगा। 25 दिन में ही गाजा में करीब 8 हजार आम लोगों के मारे जाने का दावा किया गया है। ऐसे में हमास को खत्म करने के लिए इजरायली सेना गाजा में घुसेगी तो उसकी लड़ाई बहुत मुश्किल होगी।

 

इजरायली बलों के सामने दूसरा लक्ष्य गाजा में अज्ञात स्थानों पर रखे गए 200 से ज्यादा बंधकों को बचाने का है। गाजा की सुरंगों के नेटवर्क से इन लोगों को निकालना भी इजरायल के लिए आसान नहीं होने जा रहा है। गाजा के सुरंगों के जाल से पार पाना रक्षा विशेषज्ञ एक भारी काम मान रहे हैं। ऐसे में भले ही इजरायली सेना हमास की कमर तोड़ देने की बात कह रही हो लेकिन जो 2 उद्देश्य बेंजामिन नेतन्याहू ने रखे हैं, वो अभी तक बहुत आसान नजर नहीं आ रहे हैं।

इजरायल के 16 सैनिकों की मौत

ऐसी ही एक मिसाइल हमले में मंगलवार को गाजा में एक बख्तरबंद वाहन में जा रहे 11 सैनिकों की मौत हो गई थी. वहीं, RPG अटैक में दो अन्य इजरायली सैनिकों की मौत हो गई. मंगलवार को दो और सैनिक मारे गए जब उनका टैंक एक विस्फोटक उपकरण से टकरा गया. वहीं, एक अन्य मोर्टार फायर से मारा गया. ग्राउंड ऑपरेशन के दौरान कुल 16 सैनिकों की मौत हुई है। हमास और इजरायल के बीच 7 अक्टूबर से जंग जारी है. इस जंग में अब तक 10000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. इजरायल में हमास के हमलों में अब तक 1400 लोगों की मौत हुई है. जबकि गाजा में 8800 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।

भारतीय मूल का एक 20 वर्षीय इजरायली सैनिक भी मारा गया

इजरायल और हमास में जारी जंग के बीच गाजा में भारतीय मूल का एक 20 वर्षीय इजरायली सैनिक भी मारा गया है.  भारतीय समुदाय के सदस्यों और डिमोना शहर के मेयर ने बुधवार को यह जानकारी दी. 20 वर्षीय की सैनिक की पहचान स्टाफ सर्जेंट हलेल सोलोमन के रूप में हुई है जो दक्षिण इजराइल के डिमोना शहर से ताल्लुक रखते थे। मेयर बेनी बिटन ने बुधवार को फेसबुक पर लिखा, ‘हम अत्यंत दु:ख के साथ बता रहे हैं कि गाजा में जारी युद्ध में डिमोना के निवासी हलेल सोलोमन मौत हो गई है.’

डिमोना शहर के मेयर का पोस्ट

बिट्टन ने लिखा, “हम माता-पिता रोनित और मोर्दचाई, और बहनों: यास्मीन, हिला, वेरेड और शेक्ड के दुःख में शामिल हैं. हेलेल सेवा की इच्छा से गिवती (ब्रिगेड) में भर्ती हुए थे. हलेल एक समर्पित शख्स थे. पूरा डिमोना शहर उनके निधन पर शोक में डूबा है.’ डिमोना इजरायल के दक्षिण में एक शहर है जो इजरायल के परमाणु रिएक्टर के रूप में पहचाना जाता है, लेकिन कुछ लोग इसे “मिनी इंडिया” भी कहते हैं, क्योंकि इस टाउनशिप में भारत से आए यहूदियों की बड़ी संख्या है।

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भारतीय समुदाय के सदस्यों ने पीटीआई को बताया कि वह ‘सुखद व्यवहार वाला एक युवा व्यक्ति था और उसका भविष्य बहुत उज्ज्वल था.’ उन्होंने सोलोमन के निधन और इजरायल के अस्तित्व के लिए युद्ध लड़ रहे दूसरे सैनिकों की मौत पर शोक व्यक्त किया. गाजा में जारी युद्ध के दौरान कम के कम 11 इजराइली सैनिकों की मौत हो चुकी है।

नेतन्याहू ने कहा जारी रहेगी जंग

गाजा में लड़ाई में कम से कम 11 इजरायली सैनिक मारे गए हैं, जिसे प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ‘दर्दनाक नुकसान’ के साथ ‘कठिन युद्ध’ बताया, लेकिन ‘जीत तक’ जारी रखने की कसम खाई. नेतन्याहू ने कहा, “हम एक कठिन युद्ध में हैं. यह एक लंबा युद्ध होगा.हमारे पास कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हैं लेकिन दुखद नुकसान भी हैं.’

नेतन्याहू ने कहा, ‘हम जानते हैं कि हमारा हर सैनिक एक पूरी दुनिया है. इजरायल की पूरी जनता आपको, आपके परिवारों को, अपने दिल की गहराई से गले लगाती है. आपके इस भारी दुःख की घड़ी में हम सब आपके साथ हैं. हमारे सैनिक सबसे न्यायसंगत जंग में हमारे घर के लिए शहीद हुए हैं. मैं इजरायल के नागरिकों से वादा करता हूं कि हम काम पूरा करेंगे.’

7 अक्टूबर कोइजरायल के दक्षिणी समुदायों पर हमास द्वारा किए गए घातक हमले में कम से कम 1400 से अधिक इजरायली मारे गए हैं. हमास ने आश्चर्यजनक घुसपैठ के दौरान कम से कम 240 लोगों को बंधक भी बना लिया. अमेरिका और कुछ अन्य पश्चिमी देशों द्वारा समर्थित इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा की. इसके बाद इजरायल द्वारा किए हमले हमलों में गाजा में 8 हजार से अधिक लोग मारे गए हैं। (एएमएपी)