देश की राजधानी दिल्ली में सांस लेना अब दूभर होता जा रहा है। राजधानी की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है। जिसके कारण दिल्‍लीवासियों को सांस लेने में दिक्‍कत हो रही है। हर साल की तरह इस साल भी दिवाली से पहले ही एक्यूआई 400 के पार जा पहुंचा है। हवा की गति कम होने की वजह से वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वहीं, केजरीवाल सरकार के पर्यावरण मंत्री ने इसके पीछे दलील दी कि प्रदूषण का मुद्दा केवल दिल्ली का ही नहीं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के लिए बाहरी कारक अधिक जिम्मेदार हैं।

क्या प्रदूषण को कंट्रोल करने में दिल्ली सरकार फेल हो चुकी है?

इस सवाल के जवाब में दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि , ‘सबसे पहले तो यह सोचना ही गलत है कि दिल्ली सरकार प्रदूषण को कंट्रोल कर सकती है पूरी तरह से, क्योंकि प्रदूषण का मुद्दा केवल दिल्ली का है ही नहीं। एक रिसर्च हुआ था, दिल्ली के अंदर से दोगुना बाहर के कारक जिम्मेदार हैं। दिल्ली सरकार अपने स्तर पर युद्ध स्तर पर काम कर रही है।’ उनका इशारा संभवत: हरियाणा-पंजाब, यूपी जैसे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने की ओर था। राय ने कहा कि दिल्ली सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है। 1 नवंबर के बाद 10-15 दिनों में मौसम में बदलाव होता है। हम स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे।

स्कूलों को बंद करने का आदेश

बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने दो दिनों तक स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर जानकारी दी। अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर पोस्ट साझा कर बताया कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। जिसे देखते हुए दिल्ली में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल अगले दो दिनों तक बंद रहेंगे।

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वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार

दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार चला गया है। ग्रैप का तीसरा चरण भी लागू हो गया है, जिसके कारण वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए छोटे बच्चों के स्कूल बंद करने का सुझाव दिया। इस सुझाव को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूल बंद करने का फैसला किया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने देर शाम इसकी जानकारी दी। दिल्ली सरकार के साथ-साथ दिल्ली नगर निगम के सभी प्राइमरी स्कूल भी दो दिन बंद रहेंगे। दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग के निदेशक विकास त्रिपाठी ने बताया कि सभी जोनों के डीडीई और स्कूल प्रिंसिपल को इसकी सूचना दे दी गई है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार, शुक्रवार सुबह आठ बजे तक दिल्ली के मुंडका इलाके का औसत एक्यूआई 500, आईटीओ में 451, नजफगढ़ में 472, आईजीआई एयरपोर्ट में 500, नरेला में 500 दर्ज किया गया। वहीं नोएडा के सेक्टर-125 में एक्यूआई 400 पर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है। सेक्टर-62 में 483, सेक्टर-1 में 413 और सेक्टर-116 में 415 पर ‘गंभीर’ श्रेणी में एक्यूआई रहा।

कोयले व लकड़ी से खाना बनाने पर रोक

दिल्ली के तीन सौ किलोमीटर के अंदर प्रदूषण फैलाने वाली इंडस्ट्रियल यूनिट और थर्मल पावर प्लांट पर नजर रखा जाएगा व कार्रवाई भी हो सकती है। होटल व रेस्तरां के तंदूर में कोयले और लकड़ी के इस्तेमाल पर भी पूरी तरह से रोक लग गई है। (एएमएपी)