सहारा प्रमुख और देश के जाने माने बिजनेसमैन सुब्रत राय अब इस दुनिया में नहीं रहे। मंगलवार की देर रात लंबी बीमारी के बाद मुंबई में उनका निधन हो गया। सहारा श्री सुब्रत रॉय का मुंबई के एक अस्पताल में मंगलवार की रात निधन हो गया। मृत्यु की वजह कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट बताई गई है। बीते कुछ महीनों से उनका इलाज चल रहा था। वह कई तरह की बीमारियों से ग्रसित थे। मुंबई के निजी अस्पताल में बीते कुछ महीनों से उनका इलाज चल रहा था।
बन रही है फिल्म
सुब्रत रॉय की जिंदगी पर निर्माता संदीप सिंह और जयंतीलाल गड़ा फिल्म बनाने जा रहे थे। उन्होंने अपनी नई फिल्म ‘सहाराश्री’ का एलान किया था। जो सहारा इंडिया परिवार के संस्थापक के जीवन पर आधारित एक बायोपिक है। इस एलान के साथ सुदीप्तो सेन, संदीप सिंह और जयंतीलाल गड़ा ने ‘सहाराश्री’ का मोशन पोस्टर भी रिलीज किया है।
10 जून 1948 को हुआ था जन्म
सुब्रत रॉय सहारा का जन्म 10 जून 1948 को हुआ था। वे भारत के प्रमुख कारोबारी और सहारा इंडिया परिवार के फाउंडर थे। उन्हें देशभर में ‘सहाराश्री’ के नाम से भी जाना जाता था। बिहार के अरारिया जिले में जन्मे सुब्रत रॉय ने कोलकाता के होली चाइल्ड स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। इसके बाद उन्होंने राजकीय तकनीकी संस्थान गोरखपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। सहाराश्री ने वर्ष 1978 में गोरखपुर से अपना व्यवसाय शुरू किया।
Subrata Roy a poor person became billionaire. He had friends top stars n politicians. He did Spend many years in Tihar Jail. That was a time when All the big Bollywood stars were dancing in his parties. And he has gone. One day every Turram Khan has go like him. RIP Subrata Ji🙏🏼 pic.twitter.com/eaS7DIoAtL
— KRK (@kamaalrkhan) November 15, 2023
सुब्रत राय के जीवन का सफर
सुब्रत रॉय का जन्म 10 जून 1948 को एक बंगाली परिवार में हुआ था। मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद उन्होंने काम शुरू किया। साल 1978 में सुब्रत रॉय अपने एक दोस्त के साथ मिलकर स्कूटर पर बिस्कुट और नमकीन बेचने का काम करने लगे। गोरखपुर शहर में मात्र 2000 रुपये और एक स्कूटर के साथ अपना छोटा सा बिजनेस शुरू किया। इसकी शुरुआत एक कमरे में दो कुर्सी और एक स्कूटर के साथ किया और फिर उन्होंने देखते ही देखते अपनी इच्छा शक्ति के दम पर इसे एक बड़े साम्राज्य में बदल डाला। वह सहारा समूह के संस्थापक बने और उन्होंने 2 हजार से दो लाख करोड़ रुपये तक का सफर तय कर किया। देखते ही देखते सुब्रत रॉय देश और दुनिया में एक बड़े कारोबारी के रूप में जाने जाने लगे।
हजारों कंपनियां और शेयर बाजार तक फैला सहारा इंडिया का साम्राज्य
समय के साथ सुब्रत रॉय कारोबार के क्षेत्र में नामी-गिरामी कारोबारी बन गए और सहारा समूह बढ़ता गया। कभी सहारा इंडिया ग्रुप की 4 हजार से ज्यादा कंपनियां खड़ी हो गई थीं। इनमें से 4 शेयर बाजार में सूचीबद्ध थीं। सहारा ग्रुप सालों तक इंडियन क्रिकेट टीम और इंडियन हॉकी टीम का स्पॉन्सर रहा। यही नहीं सहारा ने लखनऊ में सहारा शहर भी बसाया। जिसमें सभी तरह की सुख सुविधाएं जैसे कि हेलीपैड, क्रिकेट स्टेडियम, गोल्फ कोर्ट, थियेटर से लेकर पेट्रोल पंप तक मौजूद।
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देश से निकलकर अमेरिका में जमाई कारोबार की धाक
सुब्रत रॉय ने यूपी की राजधानी लखनऊ से निकलकर देश के कोने-कोने तक कारोबार की धाक जमाई। उन्होंने मुंबई में एम्बी वैली टाउनशिप भी बनाया। वहां भी सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। यही नहीं सहाराश्री ने देश से निकलकर विदेशों में भी कारोबार फैलाया। उन्होंने अमेरिका में भी दो आलीशान होटल खोले। देखते ही देखते सुब्रत रॉय ने इतना बड़ा साम्राज्य खड़ा कर दिया जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।
विवादों से भी रहा है सहारा प्रमुख का नाता
सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय का विवादों से भी नाता रहा है। विवादों के चलते उन्हें जेल जाना पड़ा था और वह जमानत पर थे। उन पर लोगों के भुगतान नहीं करने के आरोप लगे थे। इस मामले की सुनवाई पटना हाईकोर्ट में चल रही थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी। इस मामले में सहारा इंडिया का दावा है कि वे लोगों को भुगतान किए जाने वाली रकम सेबी के पास जमा करा चुके हैं। (एएमएपी)