‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ का किया शुभारंभ
मैंने समाज के आखिरी व्यक्ति का नमक खाया है,
मैं कर्ज चुकाने आया हूं : नरेन्द्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती (जनजातीय गौरव दिवस) पर उनकी भूमि से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ का शुभारंभ किया, जो यह अगले साल 26 जनवरी तक चलेगा।। इस दौरान उन्होंने 7200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। साथ ही 24 हजार करोड़ के पीवीटीजी मिशन की शॉर्ट फिल्म व पोर्टल की लॉन्चिंग भी की। इसके अलावा आठ करोड़ लाभार्थियों को पीएम किसान योजना की 15वीं किस्त के रूप में 18,000 करोड़ रुपये जारी किए।प्रधानमंत्री ने खूंटी जिले के बिरसा कॉलेज परिसर स्थित बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम में विशाल जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने इसकी शुरूआत जयकारे के साथ की और सभी को जोहार कहा। मोदी ने कहा कि आज का दिन सौभाग्य से भरा हुआ है। कुछ देर पहले ही उलिहातू से लौटा हूं। भगवान बिरसा के परिजनों से भी सुखद मुलाकात हुई। उस पवित्र माटी को माथे पर चढ़ाने का सौभाग्य मिला। भगवान बिरसा मुंडा पार्क देखने का अवसर मिला। दो साल पहले यह म्यूजियम देश को समर्पित करने का सौभाग्य मिला था। मैं सभी देशवासियों को जनजातीय गौरव दिवस की बधाई देता हूं।
हमने समाज के ऐसे वंचितों को वरीयता दी, जो दशकों से मूलभूत सुविधाओं से वंचित थे और उनकी सुध लेने वाला भी कोई नहीं था। pic.twitter.com/n3l8GfgTEl
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2023
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में कई जगहों पर झारखंड का स्थापना दिवस भी मना रहे हैं। देश को विशेषकर झारखंड को 50 हजार करोड़ रुपये की अलग-अलग योजनाओं का उपहार मिला है। रेल परियोजना शुरू हुई है। झारखंड भी देश के इलेक्ट्रिक फाइड रेल रूट वाला राज्य राज्य बना गया है। झारखंड का कोना-कोना महान विभूतियों से जुड़ा है। तिलका मांझी, चांद भैरव, फूलो झानों, अलबर्ट एक्का जैसे अनेक वीरों ने इस धरती का गौरव बढ़ाया है। देश का कोई कोना नहीं था जहां आदिवासी वीरों ने मोर्चा नहीं लिया। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मणिपुर, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश सहित कई जगहों पर ऐसे वीरों का देश ऋणी है।
मोदी ने कहा कि आजादी के बाद ऐसे वीरों के साथ न्याय नहीं हुआ है। हमने अमृत भारत के दौरान इन्हें याद किया। कुछ ही साल पहले खूंटी में सोलर पॉवर से चलने वाले जिला न्यायालय का उद्घाटन किया था। विकसित भारत संकल्प यात्रा मजबूत माध्यम बनेगी। मुझे दो दशक से ज्यादा सरकार के मुखिया के तौर पर काम करते हुए हो गया है। हमारी सरकार ने जितना दस साल में किया उससे ज्यादा ऊर्जा के साथ अपनी पूरी ताकत लगानी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम चार स्तंभों को मजबूत करेंगे। ये चार स्तंभ भारत की नारी शक्ति, भारत के किसान भाई-बहन और किसानी के कारोबार से जुड़े लोग, पशुपालक, मछली पालक आदि, भारत की युवाशक्ति और भारत का मध्यम वर्ग, निम्न मध्यम वर्ग और गरीब हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में इन्हें मजबूत करने के प्रयास किए। पिछले कुछ वर्षों में 13 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। मोदी ने कहा कि साल 2014 से हमारा सेवाकाल शुरू हुआ है। हम सेवा करने के लिए आये हैं। हमारे आने से पहले भारत की बहुत बड़ी आबादी मूलभूत सुविधाओं से वंचित थी। भारत के लोगों ने उम्मीद छोड़ दी थी कि उनका जीवन बदल भी पायेगा।
मोदी ने कहा कि हमने उपेक्षित लोगों को मजबूत किया। हमारी सरकार उनका संबल बनी। उनकी साथी बनी। सोच बदली तो परिणाम भी बदल गए। जल जीवन मिशन की वजह से हर घर में नल पहुंच रहा है। देश में अब यह 70 प्रतिशत तक पहुंच रहा है। विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वो लोग कौन थे, जिन्हें मलाई मिलती थी। जिनकी सरकार में पहुंच होती थी वह सुविधाएं आसानी से जुटाते थे, जो लोग समाज में पीछे रहे मूल सुविधाओं से वंचित था। उन्हें हमारी सरकार ने प्राथमिकता दी।
After addressing rallies in
Betul
Shajapur and
Jhabua
And doing a road show in Indore in the evening
PM Modi reaches Ranchi Jharkhand to do a road show here at night 10 pm. While the world sleeps after a long day Modiji keeps working and working…..
Such is his dedication.❤️ pic.twitter.com/pHrhaESnvc— Dr Poornima🚩🇮🇳 (@PoornimaNimo) November 14, 2023
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने बड़े वर्ग और सुविधा चाहने वाले लोगों की रोटी नहीं खाई। मैंने कतार में खड़े आखिरी व्यक्ति का नमक खाया है। मैं उनका कर्ज चुकाने आया हूं। कई गांव में बिजली नहीं थी। क्योंकि, उन्हें अंधेरे में छोड़ दिया गया था। वहां बिजली पहुंचाना कठिन था। मैं मानता हूं कि मैंने वादा किया था कि एक हजार दिन में 18 हजार गांव में बिजली पहुंचाना है। आपके सेवक ने यह कर दिखाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपसी भेदभाव खत्म कर दिए जाएं। सभी समान हों। कई गरीब ऐसे हैं, जिन्हें योजना की जानकारी ही नहीं है। कब तक हम उन्हें उनके हाल पर छोड़े रखेंगे। यही कारण है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरूआत हो रही है। इससे गरीबों को उनका हम मिलेगा। कार्यक्रम में डेढ़ लाख से अधिक लोग मौजूद रहे। (एएमएपी)