Uttarkashi tunnel rescue | Drilling work halted after technical snag in the Auger drilling machine. Till now, rescuers have drilled up to 46.8 meters in the Silkyara tunnel
(Visual from earlier today) pic.twitter.com/6wGEZHe4HS
— ANI (@ANI) November 23, 2023
मुख्यमंत्री ने सभी श्रमिकों की कुशलता की प्रार्थना
सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए चल रहे बचाव कार्यों के लिए गुरुवार का दिन निर्णायक हो सकता है। राहत कर्मी इन मजदूरों के काफी करीब हैं और कुछ घंटों के भीतर राहतकर्मियों को वहां तक पहुंचने में कामयाबी मिल सकती है। इससे पहले बुधवार रात सुरंग के अंदर ह्यूम पाइप को सफलतापूर्वक आरपार व्यवस्थित कर दिया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बौख नाग देवता से सभी श्रमिकों की कुशलता के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन और रेस्क्यू में जुटी एजेंसियों के अथक प्रयास से जल्द सभी मजदूर सुरक्षित बाहर होंगे।
चिकित्सा सहित तमाम तैयारियां पूरी
सुरंग से मजदूरों को निकालने के बाद चिकित्सा सहित तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके लिए मेडिकल टीम को तैनात किया गया है। साथ ही चिन्यालीसौड़ में 41 बेड का अस्पताल तैयार है। उतनी ही संख्या में एंबुलेंस भी वहां खड़ी हैं। कड़ाके की सर्दी में पुलिसकर्मी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के जवान मौके पर मौजूद रह कर बचाव कार्यों में हाथ बंटा रहे हैं।
पीएम मोदी ने सीएम धामी से लिया रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट
सीएम धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को फोन कर सिलक्यारा, उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के लिए चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली। उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों एवं प्रदेश प्रशासन के समन्वय से युद्ध स्तर पर संचालित राहत एवं बचाव कार्यों में हो रही प्रगति से पीएम मोदी को अवगत कराया। बताया कि प्रधानमंत्री को मौक़े पर श्रमिकों के उपचार व देखभाल के लिए चिकित्सकों की टीम, एम्बुलेंस, हेली सेवा एवं अस्थायी हॉस्पिटल की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने एवं किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में एम्स ऋषिकेश में चिकित्सकों को तैयार रहने के निर्देश दिए जाने की जानकारी भी दी।
आर्नोल्ड डिक्स ने की रेस्क्यू ऑपरेशन की सराहना
इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन (आईटीए) के अध्यक्ष प्रो.आर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि सुरंग से जुड़े हादसों में जब वह बचाव के लिए पहुंचते हैं तो ज्यादातर में अंदर फंसे लोगों की मौत हो चुकी होती है। जबकि यहां वह जिंदा है और उन्हें बहार निकालने के लिए रात-दिन प्रयास किए जा रहे हैं। आईटीए के अध्यक्ष प्रो. आर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन में अंदर फंसे लोगों को बचाने के लिए विभिन्न विकल्पों पर एक साथ काम किया जा रहा है। प्रत्येक विकल्प में खतरे को भांप कर काम किया जा रहा है।(एएमएपी)