उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में टिकट किराए को लेकर हुए विवाद में एक इंजीनियंरिग के छात्र ने बस कंडक्टर पर चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में कंडक्टर बुरी तरह से घायल हो गया है। जिसे तत्काल प्रभाव से अस्पताल में भर्ती कराया गया,  जहां उसका इलाज अभी जारी है। इस सनसनीखेज मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। आरोपी छात्र ने पुलिस से भी बचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने आरोपी को मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

गर्दन और शरीर के अन्य हिस्सों पर आईं गंभीर चोटें

प्रयागराज पुलिस के अनुसार, यह घटना शुक्रवार सुबह की है। आरोपी की पहचान लारेब हाशमी (20) के रूप में हुई है। आरोप है कि लारेब हाशमी का बस कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा (24) से टिकट के पैसों को लेकर विवाद हो गया। लारेब हाशमी इंजीनियरिंग के फर्स्ट ईयर का छात्र है और बीटेक कर रहा है। उसने विश्वकर्मा पर चाकू से हमला कर दिया। जिसकी वजह से उसकी गर्दन और शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोटें आईं है। इसके बाद हाशमी बस से कूद गया और छिपने के लिए एक कॉलेज परिसर में घुस गया।

वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला

यह इंजीनियर का छात्र इतना करने के बाद भी नहीं रुका बल्कि उसने कॉलेज के अंदर  एक वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। हाशमी ने बस कंडक्टर पर ईशनिंदा में शामिल होने और “पैगंबर मुहम्मद का अपमान” करने का आरोप लगाया। वीडियो में वह उस चाकू को भी लहराते हुए नजर रहा है। जिससे उसने कंडक्टर को काटा था।

पीएम मोदी और मुख्‍यमंत्री योगी का भी लिया नाम

वीडियो में आरोपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम भी लेता हुआ नजर आ रहा है। बस के अंदर से लिए गए एक अन्य वीडियो में हाशमी को हाथ में चाकू लेकर बाहर भागते हुए दिखाया गया है। वहीं इस पूरी घटना के मामले में बस के ड्राइवर मंगला यादव ने कहा कि वह बस चला रहे थे, अचानक से कंडक्टर पर हमला हो गया। उन्होंने आवाज सुनी तो तुरंत बस रोक दी। इसके बाद इलाके लिए विश्वकर्मा को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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आरोपी गिरफ्तार, पैर में लगी गोली

घटना के बाद प्रयागराज पुलिस ने छात्र हाशमी को उस कॉलेज के अंदर से पकड़ लिया जहां वह छिपा हुआ था। जब पुलिस की एक टीम उससे अपराध में इस्तेमाल हथियार बरामद करने के लिए ले गई, तो उसने कथित तौर पर पुलिस पर गोलीबारी की। हालांकि, पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल, आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका इलाज जारी है ।

आपको बता दें किइस्लाम दूसरे की आलोचना करने के अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात तो करता है, लेकिन इस्लाम, कुरान और उसके पैगंबर पर किसी पर प्रतिक्रिया को बर्दाश्त नहीं करता है। कुरान, इस्लाम या उसके पैगंबर मुहम्मद पर किसी तरह की टिप्पणी को वह ईशनिंदा मानता है, लेकिन दूसरे समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा बोलना अपना मजहब सम्मत व्यवहार मानता है। इसके पीछे भी इस्लाम की कुछ मजहबी पुस्तकें हैं।

विद्वानों का मानना है कि नसाई और सुनन अबू दाउद के हदीसों में ईशनिंदा के लिए सजा का प्रावधान किया गया है। उसमें कहा गया है कि पैगंबर के खिलाफ बार-बार ईशनिंदा करने वाले व्यवहार के लिए एक यहूदी महिला गुलाम को उसके मालिक ने मार डाला था। कहानी के अनुसार, जब इस बात को पैगंबर के सामने लाया गया तो उन्होंने मालिक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इस्लामी मजहबी किताबों में ईशनिंदा के लिए मौत की सजा का प्रावधान है। मुस्लिम देशों में ईशनिंदा करने वाले लोगों को पत्थर से मार-मार कर हत्या, गर्दन को धड़ से अलग करके या फिर जिंदा जलाकर मारने सहित कई तरह से वीभत्स मौत की सजा दी जाती है। वहीं, भारतीय इस्लामी कट्टरपंथी भी इसका समर्थन करते हैं।

भारत में भी इस्लामी कट्टरपंथ अक्सर ‘गुस्ताख-ए-रसूल की एक ही साजा, सर तन से जुदा… सर तन से जुदा’ के नारे लगाते हैं। ये कट्टरपंथी सिर्फ नारे ही नहीं लगाते, बल्कि हत्याओं को अंजाम भी देते हैं। भारत और दुनिया को इन कत्लों ने हिलाकर रख दिया है।

कमलेश तिवारी की इस्लामी कट्टरपंथियों ने की थी हत्‍या

हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी को ईशनिंदा के कथित आरोप में इस्लामी कट्टरपंथियों ने 18 अक्टूबर 2019 को चाकू मारकर बेरहमी से हत्या कर दी थी। हत्यारों ने चाकू मारने के बाद उन्हें गोली भी मारी थी। राजस्थान के उदयपुर में एक टेलर मास्टर का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया, जिसका कुसूर बस इतना भर था कि उसने नूपुर शर्मा की हिमायत में एक पोस्ट सोशल मीडिया पर किया था। हैरानी तब होती है जब दोनों आरोपी कत्ल करने के बाद घर आकर एक वीडियो बनाते हैं। इस वीडियो में वो अपने बुजदिलाना कदम को जस्टिफाय करते हुए  कहते हैं कि वो पैगंबर मोहम्मद साहब के लिए जी रहे हैं, और मरेंगे भी तो उनके लिए ही। इन घटनाओं के बाद ऐसी ही खबर महाराष्ट्र से सुनने में आई तथा अन्य राज्यों में भी इसी प्रकार की घटनाएं और खबरें सामने आ चुकी हैं, जिसकी की लिस्ट बहुत लंबी है। (एएमएपी)