सीओपी28 समिट 30 नवंबर से 12 दिसंबर तक चलेगा. लेकिन इस बीच पीएम मोदी शुक्रवार शाम को ही भारत लौट आएंगे. इन दो दिनों की अवधि में पीएम मोदी कई महत्वपूर्ण सत्रों को भी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दो दिनों के दौरे पर हैं. वह गुरुवार देर रात दुबई पहुंचे थे. वह एक दिसंबर को क्लाइमेट चेंज को लेकर बेहद हाई प्रोफाइल समिट COP28 में शिरकत करेंगे. लेकिन उनका यह दो दिवसीय दौरा कई मायनों में बहुत खास है।
PM Modi in Dubai for World Climate Action Summit as 200 Nations reach historic climate agreement, gets warm welcome. #COP28 pic.twitter.com/tilzaA0Edr
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सीओपी28 समिट 30 नवंबर से 12 दिसंबर तक चलेगा. लेकिन इस बीच पीएम मोदी शुक्रवार शाम को ही भारत लौट आएंगे. इन दो दिनों की अवधि में पीएम मोदी कई महत्वपूर्ण सत्रों को भी संबोधित करेंगे। विदेश सचिव विनय क्वात्रा का कहना है कि पीएम मोदी वर्ल्ड क्लाइमेट एक्शन समिट के ओपनिंग सेशन को संबोधित करेंगे. वह इसके अलावा तीन उच्चस्तरीय कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे. इनमें से दो कार्यक्रमों की सह-अध्यक्षता भारत कर रहा है. इनमें पहला उच्चस्तरीय कार्यक्रम भारत और यूएई की संयुक्त मेजबानी में हो रहा है. यह कार्यक्रम ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम पर आधारित है. इसे पर्यावरण मंत्रालय ने इस साल अक्टूबर में नोटिफाइड किया था. वहीं, दूसरे कार्यक्रम की मेजबानी भारत और स्वीडन मिलकर कर रहे हैं।
पीएम मोदी यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के न्योते पर दुबई गए हैं. इन दो दिनों के दौरान वह सीओपी28 में शिरकत करने के अलावा कई वैश्विक नेताओं से द्विपक्षीय बैठक भी कर सकते हैं। पीएम मोदी बीते तीन सालों में दूसरी बार जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे. वह इससे पहले 2021 में ग्लासगो में हुए सीओपी26 समिट में हिस्सा ले चुके हैं।
दुबई में PM मोदी का भव्य स्वागत, नारा गूंजा- ‘अबकी बार 400 पार’#PMModi #Dubai https://t.co/E7SsV4kZ7Z
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इससे पहले पीएम मोदी ने दुबई के लिए रवाना होने से पहले कहा था कि जब भी क्लाइमेट की बात आती है, तो भारत ने जो कहा है, वह हमेशा करके दिखाया है. उन्होंने कहा कि G-20 की मेजबानी के दौरान जलवायु का मुद्दा हमारी प्राथमिकता में सबसे ऊपर था. नई दिल्ली के नेताओं की घोषणा में जलवायु कार्रवाई और सतत विकास पर कई ठोस कदम शामिल हैं. मैं COP28 द्वारा इन मुद्दों पर आम सहमति को आगे बढ़ाने की उम्मीद करता हूं।
बता दें कि पीएम मोदी शुक्रवार को यूनाइटेड नेशन्स कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज ऑन क्लाइमेट (सीओपी28) के दौरान वर्ल्ड क्लाइमेट एक्शन समिट में हिस्सा लेंगे. इस समिट में दुनियाभर के कई नेता शिरकत करेंगे. इस दौरान ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी।
क्या है COP?
COP यानी कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज से मतलब उन देशों से है, जिन्होंने साल 1992 में संयुक्त राष्ट्र के जलवायु समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. यह सीओपी की 28वीं बैठक है. इस वजह से इसे COP28 कहा जा रहा है. ऐसी उम्मीद है कि COP28 में पृथ्वी के तापमान में बढ़ोतरी को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के दीर्घकालिक लक्ष्य को बरकरार रखा जाएगा. 2015 में पेरिस में हुए समझौते में लगभग 200 देशों के बीच इसे लेकर सहमति बनी थी। संयुक्त राष्ट्र में जलवायु पर नजर रखने वाली संस्था Intergovernmental Panel on Climate Change (आईपीसीसी) के मुताबिक, 1.5 डिग्री सेल्सियस वह अहम लक्ष्य है, जिससे जलवायु परिवर्तन के खतरनाक असर को रोका जा सकता है।
मणिपुर के सबसे पुराने विद्रोही संगटन UNLF ने किया शांति समझौते पर हस्ताक्षर
दुनियाभर के 160 नेता होंगे शामिल
सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने कही यह बात
PM Modi in Dubai for climate action summit, gets warm welcome from Indian community.
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21 घंटे के अपने प्रवास के दौरान पीएम का कार्यक्रम
विश्व जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुबई में करीब 21 घंटे के अपने प्रवास के दौरान सात द्विपक्षीय बैठकों में शामिल होंगे। वे चार भाषण भी देंगे। पीएम मोदी जलवायु परिवर्तन संबंधी कार्यक्रमों में दो विशेष पहलों में भी भाग लेंगे। अधिकारियों ने बताया कि विश्व के कई नेताओं के साथ उनके अनौपचारिक बैठकें हो सकती हैं। (एएमएपी)