26वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक बिहार की राजधानी पटना में रविवार को मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद भवन में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता गृहमंत्री अमित शाह ने की।

बिहार की राजधानी पटना में रविवार को पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 26वीं बैठक संपन्न हुई। दोपहर 2 बजे से शुरू हुई बैठक करीब 3 घंटे तक चली। रविवार को संवाद कक्ष में आयोजित बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने की। कार्यक्रम में बिहार सहित चार राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए। बताया गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अमित शाह के समक्ष बिहार को विशेष राज्य देने की मांग एक बार फिर से उठाई। गौरतलब है कि करीब डेढ़ साल बाद सीएम नीतीश और अमित शाह की आमने-सामने मुलाकात हुई। बिहार को विशेष राज्य का देने की मांग के अलावा नदियों के गाद प्रबंधन सहित विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा हुई।

इसके अलावा खनन, कुछ मदों में केन्द्रीय आर्थिक सहायता, बुनियादी सुविधाओं का निर्माण, भूमि अधिग्रहण एवं भूमि स्थानांतरण, जल बंटवारा, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण स्कीम (डीबीटी) का कार्यान्वयन, राज्य- पुनर्गठन और क्षेत्रीय स्तर के सामान्य हित के अन्य मुद्दों पर चर्चा होने की बात कही गई है। बता दें कि केंद्र सरकार के निर्देश पर पटना में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद (ईजेडसी) की यह 5वीं बार बैठक हुई। इसके पूर्व वर्ष 1958,1963, 1985 और 2015 में पटना में ये बैठक हो चुकी है। पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में पूर्वी राज्यों के बीच आर्थिक विकास एवं नक्सल उन्मूलन तथा परिवहन के विस्तार को लेकर समन्वय बढ़ाने पर जोर दिए जाने पर भी चर्चा हुई।

इस बैठक में संयुक्त बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद 22 साल से लटके पेंशन बंटवारा के मुद्दा को फिर रखा गया और उसका निदान ढूंढ़ने की कोशिश की गई। साथ ही राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इनमें महिलाओं और बच्चों के खिलाफ दुष्कर्म के मामलों की त्वरित जांच और इसके शीघ्र निपटारे के लिए फास्ट ट्रैक विशेष न्यायालयों का कार्यान्वयन, हर गांव में 5 किमी के भीतर बैंकों/इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक शाखाओं की सुविधा आदि मुद्दों पर चर्चा हुई।

बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड और उड़ीसा के प्रतिनिधि शामिल

गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 26वीं बैठक की अध्यक्षता की। एनडीए से अलग होने के बाद पहली बार इंडी गठबंधन के अगुवा सीएम नीतीश कुमार और गृह मंत्री अमित शाह आमने-सामने हुए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृह मंत्री अमित शाह का भव्य स्वागत किया। उन्होंने गृह मंत्री को पुष्प गुच्छ, शॉल और प्रतीक चिह्न भेंट की। इसके बाद पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक शुरु हुई। इसमें बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के प्रतिनिधि शामिल हुए।

पूर्वी क्षेत्रीय परिषद बैठक में क्षेत्रीय समन्वय को लेकर चर्चा हो रही है

सीएम नीतीश कुमार पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 26वीं बैठक के उपाध्यक्ष हैं। उनके साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी बैठक में शामिल हुए। हालांकि, प.बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक नहीं दिखे। उनके जगह उनके प्रतिनिधि इस बैठक में शामिल हुए। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में क्षेत्रीय समन्वय को लेकर चर्चा हुई।

अब तक क्षेत्रीय परिषद की 26 बैठकें हुईं

सरकारी एजेंसी की ओर इस बैठक के संबंध में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वांगीण विकास हासिल करने के लिए सहकारी और प्रतिस्पर्धी संघवाद का लाभ उठाने की आवश्यकता पर बल दिया है। क्षेत्रीय परिषदें सशक्त राज्य ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण करते हैं कि भावना के अनुरूप दो या अधिक राज्यों अथवा केंद्र और राज्यों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर नियमित संवाद और चर्चा के लिए एक व्यवस्थित तंत्र और मंच प्रदान करती हैं। 2014 से अब तक पिछले 9 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रीय परिषदों की कुल 55 बैठकें हुईं हैं, इनमें स्थायी समितियों की 29बैठकें और क्षेत्रीय परिषदों की 26 बैठकें शामिल हैं।

एनडीए से अलग होने के बाद दोनों नेताओं की पहली मुलाकात

2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी के खिलाफ इंडी गठबंधन बना है। विपक्षी दलों की एकजुटता के लिए सीएम नीतीश कुमार ने ही अगुवाई की थी। पहली बैठक पटना में हुई थी। एनडीए से अलग होने के बाद सीएम नीतीश कुमार और अमित शाह की ये पहली मुलाकात है।

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बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, नदियों के गाद प्रबंधन सहित विभिन्न मुद्दों पर इस बैठक में चर्चा होगी। बैठक से पहले ही महागठबंधन के नेता केंद्र से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहे थे। जेडीयू नेता और बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि केंद्र सरकार ने बीमारू राज्य की श्रेणी में बिहार को रखा था। अगर आप चाहते हैं कि बिहार विकसित राज्य हो तो विशेष राज्य का दर्जा बिहार को मिलना चाहिए।(एएमएपी)