श्रीलंकाई नौसेना के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया कि मछुआरे कथित तौर पर अवैध शिकार में शामिल थे, जिसके चलते उन्हें बुधवार को एक विशेष अभियान के बाद कारीनगर में कोविलन लाइटहाउस से हिरासत में लिया गया था। श्रीलंकाई नौसेना की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि स्थानीय मछुआरों की आजीविका और देश के समुद्री संसाधनों को ध्यान में रखते हुए, नौसेना विदेशी मछुआरों और ट्रॉलरों द्वारा अवैध मछली पकड़ने को रोकने के लिए श्रीलंकाई जल में नियमित गश्त करते हुए अभियान चला रही है।
Expressing ‘a deep sense of anguish’ on yet another incident of apprehension of six Indian #fishermen by the Sri Lankan Navy on December 13, the CM said this was the third such occurrence in a week#mkstalin #SriLanka https://t.co/519o0yKomS
— The Telegraph (@ttindia) December 14, 2023
कानूनी कार्रवाई की जाएगी
नौसेना ने कहा कि हिरासत में लिए गए मछुआरों को कंकासंथुराई बंदरगाह लाया गया और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें मैलाडी मत्स्य निरीक्षक को सौंप दिया जाएगा। गौरतलब अभी हफ्ते भर पहले कुछ इसी तरह की घटना देखने को मिली थी, जहां 25 मछुआरों को श्रीलंका के प्वाइंट पेड्रो शहर के पास श्रीलंकाई नौसेना ने हिरासत में लिया गया था।
बता दें कि पिछले महीने, 27 भारतीय मछुआरों को श्रीलंकाई अधिकारियों ने रिहा कर दिया था। वे 12 और 15 के सेट में अलग-अलग दिनों में चेन्नई हवाई अड्डे पर लौटे। इससे पहले अक्टूबर में, श्रीलंकाई नौसेना ने तीन अलग-अलग गिरफ्तारियों में कुल 64 मछुआरों को गिरफ्तार किया गया था, जो कथित तौर पर सीमा पार मछली पकड़ने गए थे. रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में अब तक कुल 33 भारतीय ट्रॉलर और 220 भारतीय मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना ने पकड़ा है।
गिरफ्तार मछुआरों की पहचान
छह मछुआरे तमिलनाडु के पुदुक्कोट्टई जिले के थे। छह में से पांच मछुआरों की पहचान कर ली गई है, जिनमें नरेश (27), आनंदबाबू (25), अजय (24), नंदकुमार (28) और अजित (26) हैं, वहीं छठे शख्स की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
Consular officials of @CGJaffna provided material & legal assistance to Six Indian fishermen detained today in off KKS, Sri Lanka. Consular officials sought welfare of fishermen & facilitated phone calls to their family in India.@IndiainSL @MEAIndia @meaMADAD @CgiHoc @AhciKandy pic.twitter.com/dmIxKmTmIn
— India in Jaffna (@CGJaffna) December 14, 2023
नौसेना ने कहा कि हिरासत में लिए गए मछुआरों को कंकासंथुराई बंदरगाह लाया गया और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें मैलाडी मत्स्य निरीक्षक को सौंप दिया जाएगा। गौरतलब है कि यह प्रकरण इसी तरह की एक अन्य घटना के तुरंत बाद आया है, जहां 25 मछुआरों को तमिलनाडु के 12 और पुडुचेरी के 13 को श्रीलंका के प्वाइंट पेड्रो शहर के पास श्रीलंकाई नौसेना द्वारा हिरासत में लिया गया था।
अक्तूबर में कुल 64 मछुआरों को किया था गिरफ्तार
पिछले महीने, 27 भारतीय मछुआरों को श्रीलंकाई अधिकारियों ने रिहा कर दिया था। वे 12 और 15 के सेट में अलग-अलग दिनों में चेन्नई हवाई अड्डे पर लौटे थे। इससे पहले अक्तूबर में, श्रीलंकाई नौसेना द्वारा तीन अलग-अलग गिरफ्तारियों में कुल 64 मछुआरों को गिरफ्तार किया गया था, जो रामेश्वरम और मंडपम से थे। कथित तौर पर सभी पर अपनी नावों और मछली पकड़ने के जालों के साथ सीमा पार मछली पकड़ने का आरोप था।
पहले एक बयान में कहा गया था कि 2023 में अब तक कुल 33 भारतीय ट्रॉलर और 220 भारतीय मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा पकड़ा गया है। विशेष रूप से, श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी तमिलनाडु सरकार के साथ-साथ भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार दोनों के लिए एक चिंताजनक मुद्दा रही है।
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पीएम मोदी भी कर चुके हैं चर्चा
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अक्तूबर में विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर श्रीलंकाई नौसेना द्वारा तमिलनाडु के मछुआरों की बार-बार गिरफ्तारी के मुद्दे पर प्रकाश डाला और पाक खाड़ी में तमिलनाडु के मछुआरों के मछली पकड़ने के पारंपरिक अधिकारों की रक्षा करने की मांग दोहराई थी। इस साल जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की यात्रा के दौरान उनकी मुलाकात के दौरान भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी।(एएमएपी)