सभी शिक्षण संस्थानों में सरकारी अवकाश घोषित
#WATCH | Railway station at Thoothukudi inundated as heavy rainfall lashes the area#TamilNadu pic.twitter.com/dIqB8WYtev
— ANI (@ANI) December 18, 2023
सार्वजनिक अवकाश का ऐलान
मूसलाधार बारिश की वजह से प्रभावित जिलों में आज यानि सोमवार को सार्वजनिक अवकाश का ऐलान कर दिया गया है। इस दौरान स्कूल, कॉलेज, बैंक, निजी प्रतिष्ठान और पब्लिक सेक्टर की कंपनियां भी बंद रहेंगी। भारी बारिश ही नहीं, बल्कि लोगों के लिए बांध से छोड़ा जाने वाला पानी भी मुसीबत बन गया है। पापनासम, पेरुंजनी और पेचुपराई बांधों से पानी छोड़े जाने की वजह से तिरुनेलवेली, थूथुकुडी और कन्याकुमारी जिलों में कई इलाके घुटने से कमर तक पानी में डूब गए हैं।
थमरापरानी नदी उफान पर
बारिश की वजह से थमरापरानी नदी उफान पर है। यही वजह है कि जिला कलेक्टरों को बांधों में पानी का उचित प्रबंधन सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि कोमोरिन क्षेत्र के ऊपर एक चक्रवाती सर्कुलेशन हालात को और भी ज्यादा गंभीर बना रहा है। कुछ दिन पहले ही तमिलनाडु में मिचौंग चक्रवाती तूफान ने दस्तक दी थी, जिसकी वजह से काफी नुकसान झेलना पड़ा था।
#Watch| Ongoing #rainfall leads to severe waterlogging in parts of #TamilNadu. pic.twitter.com/mJIP03fF3z
— Business Standard (@bsindia) December 18, 2023
निगरानी के लिए वरिष्ठ नौकरशाह नियुक्त
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भारी बारिश की वजह से प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य के लिए मंत्रियों और वरिष्ठ नौकरशाहों को तैनात किया है। हर एक जिले की निगरानी के लिए एक वरिष्ठ नौकरशाह को नियुक्त किया गया है। स्टालिन ने जिला कलेक्टरों को संवेदनशील इलाकों में राहत केंद्र और नावें तैयार रखने और जरूरत पड़ने पर लोगों को जल्दी निकालने का भी निर्देश दिया है। निचले इलाकों से लोगों को बाहर निकालने का काम भी जारी है।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफकी टीमें तैनात
नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की 50-50 सदस्यों वाली दो टीमें तिरुनेलवेली और तूतीकोरिन जिलों में पहुंच गई हैं। स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) की तीन टीमों को कन्याकुमारी जिले में तैनात किया गया है। इसके अलावा प्रभावित जिलों में 4 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे समुद्र की उठती लहरों और तेज हवाओं के खतरे को देखते हुए समुद्र में नहीं जाएं। हवा की रफ्तार 40 से 55 किमी प्रतिघंटा है।
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