आपका अखबार ब्यूरो ।
भारत में कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी मिलने के बाद वैक्सीन को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। शनिवार दो जनवरी को देश भर में वैक्सीन का ड्राई रन शुरू किया गया। तैयारियों का जायजा लेने के लिए किए गए इस ड्राई रन के आधार पर ही वास्तविक टीकाकरण अभियान को अंजाम दिया जाएगा। ड्राई रन के दौरान कोई वैक्सीन इस्तेमाल नहीं की गई। इसके द्वारा केवल इस बात का आकलन किया जाएगा कि सरकार ने कोरोना का टीका लगाने की जो योजना बनाई है, वह कितनी कारगर है। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन ने यह महत्वपूर्ण घोषणा की कि पूरे देश में सभी नागरिकों को कोरोना का टीका मुफ्त में लगाया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के कुल 116 जिलों में 259 स्थानों पर कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन वैक्सीन के डाई रन का जायजा लेने सुबह साढ़े नौ बजे दिल्ली के जीटीबी अस्पताल पहुंचे।
In 1st phase of #COVID19Vaccination free #vaccine shall be provided across the nation to most prioritised beneficiaries that incl 1 crore healthcare & 2 crore frontline workers
Details of how further 27 cr priority beneficiaries are to be vaccinated until July are being finalised pic.twitter.com/K7NrzGrgk3— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) January 2, 2021
अस्पताल से बाहर आते हुए डा. हर्षवर्धन ने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। वैक्सीन की सुरक्षा को सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता बताते हुए उन्होंने कहा कि जब पोलियो की वैक्सीन दी जा रही थी तब भी कई प्रकार की अफवाहें फैलाई गई थीं। लेकिन लोगों ने उन पर ध्यान न देते हुए पोलियो का टीका लगवाया। उसी का परिणाम है कि आज भारत अब पोलियो मुक्त हो गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री कहा कि पिछली बार चार राज्यों पंजाब, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में ड्राई रन किया गया था। उसके बाद सरकार ने अपने दिशा-निर्देशों में कुछ सुधार किये हैं। आज देश के सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश ड्राई रन कर रहे हैं।
टीकाकरण के ड्राई रन के दौरान सब कुछ उसी प्रकार से किया गया जैसा कि कोरोना का टीका लगाने के दौरान किया जाएगा। केवल इसमें कोरोना का असली टीका नहीं है। सभी प्रकार की जांचें की गई। लोग कमरे में कैसे अपनी बारी आने की प्रतीक्षा करते हैं। टीका लगाने के बाद अगले तीस मिनट तक लोगों की किस प्रकार देखरेख होती है। इसके अलाव चिकित्सा की आपात तैयारियां किस स्तर की हैं। फिर कोविड एप में इसका डेटा कैसे दर्ज किया जाता है।
डा. हर्षवर्धन ने बताया कि हमने एक विशेष टीम का भी गठन किया है, जो पूरी प्रक्रिया पर बारीकी से नजर बनाए रखेगी। कोविड वैक्सीन से जुड़े सभी टीकाकरण अधिकारियों के लिए एक खास नियम है जिसे 1, 2, 3, 4 के रूप में गिना गया है। सरकार ने दो हजार से ज्यादा मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षित किया है। इतना ही नहीं जिला और ब्लॉक के स्तर पर भी प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है। मंत्रालय ने 150 पेज की एक गाइडलाइन जारी की है, जिसके बारे में उन्हें पर्याप्त प्रशिक्षित किया गया है।
राष्ट्रीय राजधानी में तीन जगहों दिल्ली के शाहदरा के गुरु तेग बहादुर अस्पताल, दरियागंज का शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और द्वारका के वेंकटेश्वर अस्पताल में ड्राई रन किया गया। उत्तर प्रदेश में ड्राई रन के लिए राज्य सरकार ने लखनऊ में सहारा अस्पताल, आरएमएल अस्पताल, केजीएमयू और एसजीपीजीआई सहित छह केंद्र बनाए हैं।
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