दक्षिण भारत के सुपरस्टार और देसिया मुरपोक्कू द्रविड़ कड़गम (डीएमडीके) संस्‍थापक विजयकांत का गुरुवार को निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उन्होंने चेन्नई के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली। अस्पताल ने स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा कि उन्हें निमोनिया के कारण अस्पताल की भर्ती कराया गया था लेकिन, उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पार्टी ने मामले में बयान जारी करते हुए कहा कि वो कोरोना से पीड़ित थे और उन्हें अस्पताल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। मुख्यमंत्री एमके स्टैलेन चेन्नई में डीएमडीके प्रमुख कैप्टन विजयकांत के आवास पहुंचे। उन्होंने कहा कि पूरे राजकीय सम्मान के साथ विजयकांत को अंतिम विदाई दी जाएगी।

वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे

71 वर्षीय विजयकांत को 20 नवंबर को एमआईओटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक, विजयकांत को निमोनिया की याकायत के बाद भर्ती कराया गया था। इसके बाद से ही वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। मेडिकल स्टाफ के प्रयासों के बावजूद 28 दिसंबर 2023 की सुबह उनका निधन हो गया। बता दें कि इससे पहले इसी महीने वे अस्पताल से घर लौटे थे। विजयकांत का सांस की बीमारी का इलाज चल रहा था। वे काफी लंबे समय से इससे पीड़ित थे। ऐसे में कई बार उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ता था।

पीएम मोदी ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया पर अपने संदेश में कहा “थिरू विजयकांत जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ। तमिल फिल्म जगत के एक दिग्गज, उनके करिश्माई प्रदर्शन ने लाखों लोगों का दिल जीत लिया। एक राजनीतिक नेता के रूप में वह सार्वजनिक सेवा के प्रति गहराई से प्रतिबद्ध थे, जिसने तमिलनाडु के राजनीतिक परिदृश्य पर गहरा प्रभाव छोड़ा। उनका निधन एक खालीपन छोड़ गया है जिसे भरना मुश्किल होगा। वह एक घनिष्ठ मित्र थे और मैं वर्षों से उनके साथ अपनी बातचीत को याद करता हूं। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, प्रशंसकों और असंख्य अनुयायियों के साथ हैं। ओम शांति।”

राहुल गांधी ने भी जताया दुख

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि “डीएमडीके संस्थापक, थिरू विजयकांत जी के निधन से गहरा दुख हुआ। सिनेमा और राजनीति में उनके योगदान ने लाखों लोगों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ी है। इस कठिन समय में उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति हार्दिक संवेदना।”

2006 में शुरू किया राजनीतिक सफर

2006 के विधानसभा चुनावों में 8 प्रतिशत वोट शेयर के साथ विधायक बने विजयकांत ने तमिलनाडु की राजनीति में एंट्री ली थी। बाद में वह 2011 से 2016 तक तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता बने। उनके स्वास्थ्य के कारण पार्टी को भी नुकसान हुआ और राज्य में अपनी सत्ता खो दी। ‘कैप्टन’ विजयकांत का स्वास्थ्य पिछले कुछ वर्षों से चिंता का विषय बना हुआ था। वह काफी समय से राजनीतिक गतिविधियों का हिस्सा नहीं थे। उन्हें आखिरी बार 18 दिसंबर को डीएमडीके की सामान्य परिषद की बैठक के दौरान देखा गया था जब उनकी पत्नी वी प्रेमलता को पार्टी प्रमुख के रूप में चुना गया था।

100 से ज्यादा फिल्मों में कर चुके काम

विजयकांत की फिल्मी करियर भी जबरदस्त था। उन्होंने कई हिट फिल्में दीं। जानकारी के मुताबिक, उन्होंने करीब 154 फिल्मों में अभिनय किया है। इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा और उन्होंने डीएमडीके की स्थापना की। वे विरुधाचलम और ऋषिवंडियम विधानसभा सीट से विधायक भी रहे हैं।

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भाषण के अलग अंदाज के लिए जाने जाते थे विजयकांत

विजयकांत का जन्म 25 अगस्त 1952 को मदुरै में हुआ था और माता-पिता ने उनका नाम विजयराज रखा था। सिनेमा में आने के बाद उन्होंने अपना नाम बदल कर विजयकांत रख लिया। 14 सितंबर 2005 को विजयकांत ने अपनी राजनीतिक पार्टी देसिया मुरपोक्कू द्रविड़ कड़गम (डीएमडीके) लॉन्च की। वह तमिलनाडु के तल्ख तेवर वाले राजनेताओं में थे जो बेबाक अंदाज में अपने भाषण के लिए प्रशंसकों में जाने-जाते थे। हालांकि, कुछ साल पहले खराब स्वास्थ्य के बाद उनकी सक्रियता कम हो गई थी।(एएमएपी)