मनोज कुमार, योगाचार्य

आजकल की इस भागदौड़ में पढ़ते-पढ़ते, दफ्तर में लगातार कम्प्यूटर पर काम करते, ड्राइव करते, या कुछ भी करते हुए थकने लगता है। इसका एक बहुत कारण है कि समय पर आराम न करना है।


 

प्रतिदिन टी.वी. के सामने दो-दो घंटे बिता देगा, मगर शरीर के ऊपर थोड़ी भी मेहनत नहीं करेगा। यदि कोई भी व्यक्ति सप्ताह में पांच दिन आधा-आधा घंटा  योग कर ले तो थकावट उससे कोसों दूर रहेगा। खानपान और जीवनशैली के साथ योग को जोड़कर हम रोगों और थकान से बच सकते हैं।

आहार

शुद्ध सात्विक खाना खाएं। मौसमी हरी सब्जियों एवं फलों का सेवन करें। पानी का आधिकाधिक मात्रा में सेवन करें।

योगासन

योगासन - आपके उन पलों को और इंटिमेट बना देंगे ये ये 4 सिंपल योगासन

ताड़ासन, त्रिर्यक ताड़ासन, त्रिकोणासन, पादहस्तासन, प्रसारित पादहस्तासन, खंजनासन, उत्कटासन, शलभासन, मकरासन, धनुरासन, पाश्र्वधनुरासन, भुजंगासन एवं गर्दन की अकड़न को दूर करने के लिए गर्दन की क्रियाएं करें।

उष्ट्रासन की विधि :

उष्ट्र का अर्थ ऊंट होता है।

सर्वप्रथम किसी दरी पर कम्बल पर वज्रासन में बैठ जाएं। कुछ लम्बी सांस लें और छोड़ें।

अब दोनों हथेलियों को दोनों जंघाओं पर रखें, रीढ़ को बिल्कुल सीधा रखें और पसलियों  को ऊपर की ओर खींचे।

धीरे-धीरे घुटनों के ऊपर खड़े हो जाएं। दायीं हथेली को सिर के पीछे से लाकर दाएं पैर की एड़ी पकड़ें और बायीं हथेली दायीं हाथ से बाकी एड़ी पकड़ें।

ustrasana – Julie Wilcox

ध्यान रहे कि दोनों घुटनों एवं पैरों में 6 इंच से 12 इंच का फासला रहे।

अब नितम्बों को थोड़ा संकुचित करें और गर्दन को पीछे की ओर तानें। जंघा को सीधा रखें। सामान्य श्वासों के साथ आधा मिनट से एक मिनट तक इसी अवस्था में रुकें।

हाथों को एक-एक कर हटाएं और उन्हें जंघा पर रखें। बाद में ज़मीन पर बैठकर विश्राम करें।

इन आसनों को जितनी भी बार आप कर सकते हैं करें।

प्राणायाम

Pranayam - The Yoga and More

शरीर में रक्त का संचार और शरीर की ऊर्जा की पुनर्प्राप्ति के लिए नाड़ीशोधन प्राणायाम, कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास अवश्य करें।

विश्राम

आसन और प्राणायाम करने के बाद 15 मिनट योगनिद्रा, शवासन या शिथिलीकरण का अभ्यास अवश्य करें। क्योंकिविश्राम करने से आपकी मांसपेशियों को आराम मिलता है।


अंगुलियां व हथेली देती हैं रोगों के संकेत, खुद आजमाइए