पश्चिम बंगाल में राशन वितरण घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कल छापेमारी की थी। इस दौरान जांच एजेंसी की टीम पर भी हमला हुआ। अब खबर आ रही हैं कि टीएमसी के पूर्व बोंगगांव नगरपालिका अध्यक्ष शंकर आद्या को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने शुक्रवार को उनके ससुराल में छापा मारा था। आद्या को पश्चिम बंगाल के पूर्व खाद्य मंत्री ज्योति प्रिय मल्लिक का करीबी माना जाता है।

आपको बता दें कि कल ईडी की टीम पर उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में हमला हुआ था। ईडी ने अपने बयान में कहा कि 800 से 1000 की भीड़ ने ईडी के जांच अधिकारियों को घेर लिया। ईडी ने दावा किया कि भीड़ अधिकारियों को मारने के लिए वहां पहुंची थी। यह घटना तृणमूल एक एक दूसरे नेता संदेशखाबी के घर की तलाशी के दौरान घटी। आपको यह भी बता दें कि भीड़ ने ईडी अधिकारियों के पास से लैपटॉप और मोबाइल भी छीन लिए। कई अधिकारियों के वॉलेट के पैसे भी चोरी हो गए। कारों में भी तोड़फोड़ की गई।

गौरतलब है कि ईडी के अधिकारी दो टीमों में बंटकर राशन भ्रष्टाचार की जांच करने निकले थे। सुबह में एक टीम बनगांव नगर पालिका के पूर्व पूर्व चेयरमैन शंकर आद्या के ससुराल पहुंची। दूसरा समूह संदेशखाली के सरबेरिया के तृणमूल नेता शाहजहां शेख के घर गया। ईडी ने अपने बयान में कहा कि शाहजहां शेख के मोबाइल फोन का टावर लोकेशन देखा गया तो वह उस वक्त घर पर ही थे। ईडी के अधिकारियों ने जब घर का ताला तोड़ने की कोशिश की तभी 800 से 1000 लोगों की भीड़ ने ईडी अधिकारियों को घेर लिया। वे लाठी-डंडों और ईंटों के साथ दिखाई दिए। कई अधिकारी भाग गये और उन पर भीड़ ने हमला कर दिया।

राशन घोटाले में फंसे एक और TMC नेता

ईडी ने इस राशन घोटाले के सिलसिले में बनगांव नगर निकाय के पूर्व अध्यक्ष शंकर आद्या को शनिवार तड़के गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों के मुताबिक, उत्तर 24 परगना जिले के टीएमसी नेता शंकर को एजेंसी ने उनके और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़ी संपत्तियों पर छपेमारी के बाद अरेस्ट कर लिया। उन्होंने बताया कि छापेमारी शुक्रवार को करीब 17 घंटे तक चली। गिरफ्तारी के बाद अधिकारी जब शंकर को ले जाने लगे तो शंकर के समर्थकों ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की और अधिकारियों के वाहनों पर पथराव भी किया।

जांच एजेंसी पर दूसरी बार हमला

अधिकारियों ने बताया कि ईडी टीम के साथ मौजूद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों को हालात पर काबू पाने के लिए भीड़ पर लाठीचार्ज करना पड़ा। ईडी अधिकारी ने कहा, ‘छापेमारी के साथ-साथ शंकर से पूछताछ भी की जा रही थी। उनके जवाब संतोषजनक नहीं होने के कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद महिलाओं के नेतृत्व में शंकर के समर्थकों ने अधिकारियों को उन्हें अपने साथ ले जाने से रोकने की कोशिश की। साथ आए सीआरपीएफ के जवानों ने स्थिति को नियंत्रित किया।’ पड़ोसी दक्षिण 24 परगना जिले के संदेशखाली में शुक्रवार को हुए हमले के बाद एजेंसी पर यह दूसरा हमला था।

खुले बाजार में बेचा 30 फीसदी राशन

राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल में ईडी की छापेमारी कई महीनों से जारी है. प्रवर्तन निदेशालय ने पहले खुलासा किया था कि पश्चिम बंगाल में लाभार्थियों के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) का लगभग 30 प्रतिशत राशन खुले बाजार में भेज दिया गया. जांच एजेंसी ने कहा था कि राशन की कथित चोरी के बाद मिले पैसे मिल मालिकों और पीडीएस वितरकों के बीच बांटी गई।

किसानों के खोल दिए फर्जी बैंक खाते

चावल मिल मालिकों ने कुछ सहकारी समितियों सहित कुछ लोगों की मिलीभगत से किसानों के फर्जी बैंक खाते खोले और धान उत्पादकों को भुगतान की जाने वाली एमएसपी को अपनी जेब में डाल लिया. प्रमुख संदिग्धों में से एक ने स्वीकार किया कि चावल मिल मालिकों ने प्रति क्विंटल लगभग 200 रुपये कमाए थे।

ज्योतिप्रिय मलिक के घर पर भी हुई रेड

इससे पहले राशन घोटाले के मामले में बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के आवास पर भी ईडी छापेमारी कर चुकी है. ज्योतिप्रिय मलिक वन मंत्री बनने से पहले खाद्य मंत्री का कार्यभार भी संभाल चुक हैं. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने इस कथित घोटाले में चावल मिल मालिक बकीबुर रहमान को गिरफ्तार किया था. 2004 में एक चावल मिल मालिक के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले रहमान ने अगले दो वर्षों में तीन और कंपनियां खड़ी कर लीं. ईडी अधिकारियों के मुताबिक रहमान ने कथित तौर पर शेल कंपनियों की श्रृंखला खोली और पैसे निकाले।

शिक्षक भर्ती घोटाले में अरेस्ट हो चुके हैं मंत्री

बता दें कि टीएमसी के नेताओं पर ईडी की छापेमारी पहले भी होती रही है. भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में जांच एजेंसी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी से भी पूछताछ कर चुकी है. बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को भी शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में 2022 में गिरफ्तार किया जा चुका है।

बीजेपी ने कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल

रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी की टीम पर हुए हमले को लेकर बीजेपी के पश्चिम बंगाल यूनिट के प्रमुख सुकंता मजूमदार ने कहा कि ये घटना दिखाती है कि रोहिंग्या राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर क्या कर सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘इन सभी के खिलाफ शिकायत और भ्रष्टाचार का आरोप है. स्वाभाविक है कि प्रवर्तन निदेशालय कार्रवाई करेगा. यह हमला दिखाता है कि रोहिंग्या राज्य में कानून-व्यवस्था के साथ क्या कर रहे हैं।

बोनगांव के पूर्व चेयरमैन के यहां छापेमारी

फिलहाल ईडी के अधिकारियों ने बोनगांव के पूर्व चेयरमैन शंकर आद्या के ससुर और टीएमसी नेता बिजॉय कुमार घोष के घर पर छापेमारी शुरू कर दी है. ईडी की टीम ने शंकर आद्या के कर्मचारी अंजन मालाकार और बिश्वजीत घोष के यहां पर भी छापेमारी की है. शंकर आद्या के भाई की आईसक्रीम फैक्ट्री पर भी छापेमारी की गई है. ईडी ने प्रमोटर गोपाल बनिक के सिथी मोड़ स्थित घर पर भी छापेमारी शुरू कर दी है।(एएमएपी)