नेपाल में लिटिल बुद्धा के नाम से चर्चित रहे रामहादुर बम्जन को पुलिस ने चार वर्षों बाद बीती रात काठमांडू से गिरफ्तार किया है। उस पर एक युवती से बलात्कार और तीन अन्य को लापता करने का आरोप था। नेपाल की जांच एजेंसी केन्द्रीय अनुसंधान ब्यूरो (सीआईबी) पिछले चार वर्षों से बम्जन को ढूंढ रही थी। बम्जन अपनी पत्नी और बेटे से मिलने काठमांडू स्थित अपने घर में आने वाला था। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने बीती रात काठमांडू से गिरफ्तार कर लिया। सीआईबी की प्रमुख एआईजी किरण बज्राचार्य ने बताया कि पिछले एक हफ्ते से हम उस पर लगातार निगरानी रख रहे थे।

उन्होंने बताया कि सन् 2019 में बम्जन पर सर्लाही जिले की एक युवती ने कई बार जबरन शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया था। उस युवती की शिकायत के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार करने का प्रयास किया था, लेकिन उन दिनों जंगल में तपस्वी के रूप में रह रहे बम्जन पुलिस की गिरफ्त से बच निकला था। इसी बीच सर्लाही जिले में तीन अलग अलग परिवारों ने बम्जन पर उनकी बच्चियों को लापता करने का आरोप लगाया। वे बम्जन के आश्रम में ही कार्यरत थी। इन परिवार वालों की शिकायत के बाद सन् 2020 में सर्लाही जिला अदालत ने बम्जन की गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया था।

अयोध्या नाम क्यों पड़ा

सीआईबी ने बम्जन से पूछताछ के बाद बताया कि पिछले चार सालों से भारत के सिक्किम और दार्जिलिंग इलाके में छुपा हुआ था। उसने कुछ दिनों तक नेपाल के मकवानपुर और चितवन की जंगलों में भी छिपे होने जानकारी पुलिस को दी है। एआईजी बज्राचार्य ने बताया कि छापेमारी के समय उसके घर से 26 देशों की करेंसी भी बरामद हुई, जिसकी नेपाली कीमत करीब तीन करोड़ रुपये है।(एएमएपी)