दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता के गिरते स्तर को देखते हुए श्रेणीबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (ग्रैप)-3 से जुड़ी पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। संशोधित ग्रैप-3 के तहत प्रमुख तौर पर कुछ आवश्यक कार्यों को छोड़कर निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगा दी जाती है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रविवार ‘गंभीर’ श्रेणी में 458 पर था।वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग से जुड़ी ग्रैप संबंधित उप-समिति ने शनिवार शाम से दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता में अचानक गिरावट को देखते हुए आज सुबह एक आपातकालीन बैठक की। उप-समिति ने तत्काल प्रभाव से पूरे दिल्ली-एनसीआर में संशोधित ग्रैप के चरण-3 के अनुसार 8 सूत्रीय कार्य योजना लागू करने का निर्णय लिया है। यह चरण ‘गंभीर’ वायु गुणवत्ता यानी एक्यूआई 401-450 के बीच होने पर लागू किया जाता है। इसमें ग्रैप के चरण-1 और चरण-2 में उल्लिखित पाबंदियों के अतिरिक्त है।

कई इलाकों में गंभीर स्तर पर पहुंचा प्रदूषण

दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर शहरों में भी प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर रहा। लगभग सभी जगहों पर प्रदूषण के स्तर में काफी इजाफा हुआ है। बादलों और कोहरे की स्थिति की वजह से स्मॉग की मोटी परत राजधानी पर फिर दिखाई दे रही है। 25 जगहों पर प्रदूषण का स्तर गंभीर रहा। 12 जगहों पर यह बेहद खराब, एक जगह खराब और एक जगह सामान्य स्तर पर भी रहा। कुछ जगहों पर प्रदूषण की हेल्थ इमरजेंसी भी रही। इन जगहों में सेक्टर-8, द्वारका का AQI 454, नेहरू नगर का 463 रहा। वहीं साफ जगह में लोदी रोड का AQI 169 दर्ज हुआ।

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फि‍लहाल प्रदूषण के राहत मिलने की उम्‍मीद नहीं

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 14 से 16 जनवरी तक प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर रहेगा। इसके बाद अगले छह दिनों तक यह बेहद खराब स्तर पर ही बना रह सकता है। शनिवार को नॉर्थ और नॉर्थ-वेस्ट की तरफ से प्रदूषित हवाएं 6 से 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं। अब 14 जनवरी को भी हवाओं की दिशा यही रहेगी। इनकी रफ्तार कम होकर 4 से 8 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है। 15 जनवरी को हवाएं अलग-अलग दिशाओं से आएंगी। इनकी गति 4 से 8 किलोमीटर प्रति घंटे की रह सकती है। इसके बाद 16 जनवरी को हवाएं साउथ-ईस्ट और ईस्ट और साउथ-ईस्ट की तरफ से दिल्ली पहुंचेंगी। इनकी गति 6 से 8 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है।(एएमएपी)