अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का बसपा अध्यक्ष ने किया स्वागत
अपने 68वें जन्मदिन पर मायावती ने कहा, “BSP कार्यकर्ता चुनाव में हमें जिताकर जन्मदिन का तोहफ़ा दे सकते हैं. EVM में धांधली को लेकर दुखी और चिंतित हैं.”@Mayawati pic.twitter.com/L7JSTiSNhe
— The Mooknayak (@The_Mooknayak) January 15, 2024
किसी भी गठबंधन में शामिल होने से इनकार
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि पूरे देश में पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मेरा जन्मदिन जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मना रहे हैं। मैं उन सभी का हृदय से धन्यवाद देती हूं। लोकसभा चुनाव पर उन्होंने कहा कि वह किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होंगी। न ही वह किसी सरकार में शामिल होने जा रही हैं। चुनाव के बाद बाहर से सरकार को समर्थन दे सकती हैं। बसपा सुप्रीमों ने कहा कि अयोध्या में बने राम मंदिर के 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का वह स्वागत करती हैं। मस्जिद का भी जब निर्माण होगा, उसका भी स्वागत है। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने का निमंत्रण मिला है। इस समय पार्टी के कामकाज में व्यस्तता की वजह से जाने का अभी फैसला नहीं लिया है।
केन्द्र सरकार पर बोला हमला
उन्होंने कहा कि अपनी सरकार में यहां सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय के तहत सभी के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की थी। इसी को देखते हुए दूसरी पार्टी की सरकारें नाम व थोड़ा सा स्वरूप बदलकर भुनाने में लगी हैं। उन पार्टियों की जातिवादी, पूंजीवादी संकीर्ण एवं सांप्रादायिक सोच होने के चलते लोगों को सही से लाभ नहीं मिल पा रहा है। मायावती ने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकारें गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई से मुक्ति दिलाने, रोजी-रोटी व रोजगार के साधन उपलब्ध कराने की गारंटी देने के बाजए फ्री में थोड़ा सा राशन देकर इन्हें लाचार और गुलाम बना रही हैं। बसपा की सरकार में हमने लोगों को रोजी-रोटी और रोजगार दिया। वर्तमान में यह कहीं नहीं दिख रहा है।
रिटायरमेंट की बात को नकारा
मायावती ने कहा, ‘पिछले महीने पार्टी की ऑल इंडिया की बैठक में आम सहमति से मैंने आकाश आनंद को अपना एकमात्र उत्तराधिकारी घोषित किया था। तो उसके बाद से बीच बीच में फर्जी खबरें प्रचारित की जा रही हैं कि ऐसा लगता है कि बीएसपी प्रमुख जल्द ही राजनीति से संन्यास लेने वाली हैं, जिसमें बिल्कुल सच्चाई नहीं है। जबकि मेरी जिंदगी का आखिरी सांस भी पार्टी को मजबूत बनाने में लगा रहेगा।’ उन्होंने कहा, ‘इस किस्म की फर्जी और गलत खबरों को पार्टी के लोगों को गुमराह नहीं होना है।’ उन्होंने साफ कर दिया है कि 2024 लोकसभा चुनाव में बसपा अकेले ही मैदान में उतरने जा रही है।
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कौन हैं आकाश आनंद
आकाश मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के छोटे बेटे हैं। वह राजस्थान, मध्यप्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में पार्टी के प्रचार में जुटे हुए थे। साथ ही वह रणनीति बनाने वाली टीम का हिस्सा भी रहे थे। बीते साल जून में ही बसपा प्रमुख ने उन्हें और राज्यसभा सांसद रामजी गौतम को एमपी, राजस्थान और तेलंगाना का केंद्रीय समन्वयक बनाया था।(एएमएपी)