प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा को जनता की मांग पर फरवरी में भी जारी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा ‘लास्ट माइल डिलीवरी’ का सबसे अच्छा उदाहरण है। पिछले साल 15 नवंबर से शुरु हुई विकसित भारत संकल्प यात्रा पहले 26 जनवरी तक चलनी थी। विकसित भारत संकल्प यात्रा पूरे देश में सरकार की प्रमुख योजनाओं को अंतिम छोर तक पहुंचाने के प्रयासों को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चलाई जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन योजनाओं का लाभ समयबद्ध तरीके से सभी लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचे।
आज कोई अध्ययन करे तो पाएगा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा जैसा अभियान Last Mile Delivery का सबसे बेहतरीन माध्यम है: PM @narendramodi#ViksitBharat#ViksitBharatSankalpYatra#HamaraSankalpViksitBharat pic.twitter.com/s9n61stwqJ
— MyGovIndia (@mygovindia) January 18, 2024
पीएम मोदी ने लाभार्थियों से की बातचीत
प्रधानमंत्री ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा में चलने वाला ‘विकास रथ’, ‘विश्वास रथ’ में बदल चुका है, अब लोग इसे ‘गारंटी वाला रथ’ भी कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा पहले 26 जनवरी तक चलने वाली थी, लेकिन इसको लोगों का इतना समर्थन मिला है और अब लोगों की मांग हैं कि मोदी की गारंटी वाली गाड़ी हमारे गांव में भी आनी चाहिए। इसलिए मोदी की गारंटी वाली गाड़ी को फरवरी में भी चलाएंगे।
भारत संकल्प यात्रा के दायरे में आयी 70 से 80 प्रतिशत पंचायतें
उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा को मिल रहे प्यार और समर्थन के कारण, हमने इस अभियान को फरवरी के बाद भी जारी रखने का फैसला किया है। हमने सबसे पहले 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा का आशीर्वाद लेकर यह यात्रा शुरू की थी। महज 2 महीने के अंदर यह यात्रा एक जन आंदोलन बन गई है। इस यात्रा में 15 करोड़ से ज्यादा लोग शामिल हुए हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा ‘लास्ट माइल डिलीवरी’ का सबसे अच्छा उदाहरण है। प्रधानमंत्री ने कहा, विकसित भारत संकल्प यात्रा के दायरे में 70 से 80 प्रतिशत पंचायतें आ चुकी हैं।
Today, if someone studies, one will find that a campaign like the #ViksitBharatSankalpYatra is the best medium for last-mile delivery. During this yatra, over 4 crore people have received healthcare check-ups, and more than 2.5 crore people have been screened for tuberculosis.… pic.twitter.com/5U1daGPE0T
— PIB India (@PIB_India) January 18, 2024
25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से बाहर आये
मोदी ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से बाहर आये हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पारदर्शी और कुशल शासन प्रदान करके गरीबी को हराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में चार करोड़ से अधिक लोगों को पक्के घर उपलब्ध कराये गये हैं। प्रधानमंत्री ने देश के सभी नागरिकों को पोषण और स्वास्थ्य गारंटी प्रदान करने के अपनी सरकार के संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि हर किसी को पोषण, स्वास्थ्य और इलाज की गारंटी मिले। हर परिवार को पक्का घर मिले और हर घर में गैस कनेक्शन, पानी, बिजली और शौचालय की सुविधा हो। स्वच्छता का दायरा व्यापक होना चाहिए। हर गली, हर मोहल्ले और हर परिवार को इसमें शामिल किया जाना चाहिए। हर किसी के पास एक बैंक खाता होना चाहिए और स्वरोजगार को आगे बढ़ाने का अवसर होना चाहिए।
वंचितों को तरजीह देना हमारी कोशिश
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 9 साल में हमारी कोशिश रही है कि वंचितों को तरजीह दी जाए। हर उस नागरिक को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है जो अब तक विकास की मुख्यधारा से दूर रहा है। हमारी कोशिश ये सुनिश्चित करना है लोगों को बिना किसी परेशानी के उनके घर पर ही योजनाओं का लाभ मिले। विकसित भारत संकल्प यात्रा इसी सोच का विस्तार है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमारी सरकार ने पारदर्शिता और पूरी ईमानदारी के साथ प्रयास किये हैं। सरकार गरीबों के लिए लगातार काम कर रही है. 4 करोड़ से ज्यादा परिवारों को पक्के घर मिले। इनमें से 70 फीसदी से ज्यादा घर महिला के नाम पर रजिस्टर्ड हैं। यह एक और उदाहरण है कि भारत में नारी शक्ति कैसे सशक्त हो रही है।
ट्रांसजेंडर समाज की मुश्किलों की चिंता की
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद इतने दशकों तक ट्रांसजेंडर्स को किसी ने नहीं पूछा। ये हमारी सरकार है, जिसने पहली बार ट्रांसजेंडर समाज की मुश्किलों की चिंता की, उनका जीवन आसान बनाने को प्राथमिकता दी। हमारी सरकार ने 2019 में किन्नर समाज को संरक्षण देने वाला कानून बनाया। इससे किन्नर समाज को समाज में सम्मानजनक स्थान मिला और उनके साथ होने वाला भेदभाव कम हुआ।(एएमएपी)