ट्रस्ट ने दी जानकारी
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए शुक्रवार को यह जानकारी दी है। ट्रस्ट की ओर से प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में आमंत्रित महानुभावों को दी गई जानकारी में बताया गया है कि भगवान श्री रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में प्रवेश केवल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी की गई प्रवेशिका (एंट्री पास) के माध्यम से ही संभव है। केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा। प्रवेशिका पर बने क्यू। आर। कोड के मिलान के बाद ही परिसर में एंट्री हो पाएगी। ट्रस्ट ने एक नमूना प्रवेशिका का एक प्रारूप अपलोड किया है।
सिर्फ निमंत्रण पत्र से नहीं चलेगा काम, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए Entry Pass होना भी जरूरी#RamMandirPranPratishta #RamMandirAyodhya #Ayodhya #AyodhaRamMandir #AyodhyaDhamhttps://t.co/0ZWLWlIeqt
— ET Now Swadesh (@ETNowSwadesh) January 19, 2024
सुरक्षा को लेकर कोई भेदभाव नहीं
इस एंट्री पास पर आगंतुक का पूरा नाम, तस्वीर, मोबाइल फ़ोन नंबर, आधार नंबर और कैटगरी के बार में जानकारी होगी। इसके साथ ही इस प्रवेश पास को इश्यू करने वाले के हस्ताक्षर भी होंगे। इसके साथ ही इस पर एक बार कोड होगा, जिसे ट्रस्ट की ओर से जारी किया गया है। जब इस बार कोड का मिलान हो जाएगा तभी मंदिर परिसर में मेहमानों की एंट्री हो सकेगी। प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में मौजूदा वक़्त में देश का जो भी बड़ा नाम है वो इस समारोह का हिस्सा बनेगा, यानी ये कार्यक्रम सबसे पावरफुल होगा। ऐसे में कार्यक्रम की सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया गया है।
सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद
राम मंदिर की सुरक्षा का जो बंदोबस्त किया गया है उसमें सीआरपीएफ की 6 कंपनी, पीएसी की 3 कंपनी, एसएसएफ की 9 कंपनी एटीएस और एसटीएफ की एक-एक यूनिट चौबीसों घंटे तैनात रहेंगी। लेकिन बंदोबस्त इसके अलावा भी है। 300 पुलिसकर्मी 47 फायर सर्विस, 40 रेडियो पुलिस के जवान, 37 लोकल इंटेलिजेंस, 2 बम डिटेक्शन स्क्वॉड की टीम, 2 एंटी सबोटाज स्क्वॉड की टीमें मंदिर तक जाने वाले हर रास्ते और चौराहे पर तैनात रहेंगी। गौरतलब है कि अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। रामनगरी में होने वाले इस भव्य आयोजन के लिए अयोध्या को खूबसूरती से सजाया गया है। इसके अलावा अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबंद की गई है।(एएमएपी)