केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष कांग्रेस नेताओं ने ली भाजपा की सदस्‍यता

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद अब भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। भाजपा के दिग्गज नेता लगातार अपने क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और कार्यकर्ताओं के बीच पहुंच रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने पांच दिवसीय दौरे पर ग्वालियर -चंबल अंचल में हैं।

यहां सिंधिया ने कांग्रेस को एक बड़ा झटका दिया है। बुधवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष 228 कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस को छोडकर भाजपा का दामन थाम लिया है।

दरअसल कुछ दिनों पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए पूर्व विधायक राकेश सिंह मावई के नेतृत्व में बुधवार को करीब 228 कार्यकर्ता सिंधिया के ग्वालियर स्थित जय विलास पैलेस में पहुंचे। यहां केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष सभी ने भाजपा का दामन थामा। भाजपा में शामिल होने वाले पदाधिकारियों में मुरैना की महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष संजू शर्मा, अल्पसंख्यक विभाग के शहर अध्यक्ष हसनैन खान, बानमोर ब्लॉक के सभी मंडल अध्यक्ष, सेक्टर अध्यक्ष एवं मुरैना दक्षिण के सभी सेक्टर और मुरैना उत्तर के 15 सेक्टर एवं 7 मंडल एवं जिला पदाधिकारी और ब्लॉक पदाधिकारी समेत आईटी सेल की प्रदेश पदाधिकारी एवं जिला पदाधिकारी शामिल हैं।

कहा जा रहा है कि मुरैना विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व विधायक राकेश मावई अपनी पार्टी से लंबे समय से नाराज चल रहे थे। विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से यह नाराजगी और बढ़ गई। इसके बाद सिंधिया से सम्पर्क साधकर राकेश मावई ने पिछले दिनों भाजपा का दामन थाम लिया था। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष दिल्ली पहुंचकर राकेश मावई ने बीजेपी की सदस्यता ली थी। कांग्रेस यह झटका अभी झेल भी नहीं पाई थी कि सिंधिया ने राकेश मावई के माध्यम से कांग्रेस को एक बार फिर से चित्त कर दिया। अब एक साथ कांग्रेस के 228 कार्यकर्ताओं ने जय विलास पैलेस में सिंधिया के समक्ष भाजपा की सदस्‍यता ग्रहण की।

बता दें कि कुछ दिन पहले कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार और उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने पिछले दिनों ग्वालियर चंबल में 4 दिन का दौरा कार्यक्रम किया था। लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए तीनों नेताओं ने इलाके के दलित और आदिवासी वोटरों पर फोकस करते हुए प्रदेश की नई सरकार पर जमकर हमला भी किया था। इसके बावजूद कांग्रेस नेताओं के बीजेपी का दामन थामने का सिलसिला जारी है, जो कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव के रास्ते में बड़ा काटा बन सकता है।(एएमएपी)