लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के लिए एक के बाद एक बुरी खबर आ रही है। बंगाल में ममता बनर्जी और पंजाब में आप पहले ही लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की बात कर चुके हैं। ऐसे में नीतीश कुमार ने एनडीए का दामन थामकर इंडिया गठबंधन को बहुत बड़ा झटका दे दिया है। कांग्रेस अलग-थलग पड़ती नजर आ रही है। इन सब के बीच अब कांग्रेस के नेता ही पार्टी के कामकाज को लेकर सवाल उठाने लगे हैं। ताजा घटनाक्रम में महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी माने जाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने यात्रा पर सवाल उठाए हैं।

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कही ये बात

दरअसल, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का विचार पार्टी के ही नेताओं को हजम नहीं हो रहा है। आचार्य प्रमोद कृष्णम का कहना है कि एक ओर जहां दूसरी पार्टियां 2024 चुनाव की तैयारियां कर रही हैं, वहीं, कांग्रेस पर्यटन कर रही है। आचार्य प्रमोद ने राहुल गांधी की यात्रा को 2029 लोकसभा चुनाव की तैयारी करार दिया है। उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी में हमारे ऐसे सब महान समझदार नेता है। एक तरफ देश का 2024 का महाभारत सज रहा है, दूसरी तरफ पार्टी राजनीतिक पर्यटन कर रही है। असल में हम 2024 के बाद सोचेंगे कि 2024 में जीतना कैसे है। उन्होंने कहा ऐसा लग रहा है कि हम खुद को 2029 लोकसभा चुनावों के लिए तैयार कर रहे हैं। अगर हम 2024 के लिए तैयारी कर रहे होते, तो ऐसा नहीं होता।

कांग्रेस को लेकर बड़ी भविष्यवाणी

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के भाजपा के साथ मिलकर दोबारा बिहार की कमान संभालने पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा नीतीश कुमार सुलझे हुए नेता हैं, उनका इंडिया गठबंधन को छोड़ कर जाना हमारे लिए दुखद है। इंडिया गठबंधन का कैप्टन ही छोड़ कर चला गया, उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए जो इसे कॉर्डिनेट कर रहे थे।

गठबंधन नाम की कोई चीज बची नहीं

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा अखिलेश यादव ने भीख में 11 सीटें दी। बिहार में नीतीश कुमार ने पलटी ही मार दी है, अब राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से निवेदन करना चाहता हूं कि उन पर कार्रवाई करें जो भी कॉर्डिनेट कर रहे थे। मुझे नहीं लगता है कि गठबंधन नाम की कोई चीज बची है। पहले तो राम मंदिर का न्यौता ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि हिन्दू शास्त्रों में पंचक लग जाता है, जब इन्होंने 14 तारीख को जब यात्रा शुरू की तब पंचक लग चुका था। शायद यह दैवीय प्रकोप है, अभी और भी कई बड़े विकेट हैं जो गिरेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि नीतीश कुमार पर नजर रखो या तो उनका सम्मान करो।

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बिहार पहुंची यात्रा

राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ ने सोमवार को किशनगंज के रास्ते बिहार में प्रवेश किया। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने बिहार में राहुल गांधी का स्वागत किया। यह 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान के बाद गांधी की पहली बिहार यात्रा है। सोमवार को राहुल ने यात्रा को संबोधित किया। ‘न्याय यात्रा’ ने ऐसे समय में राज्य में प्रवेश किया जब कांग्रेस के पूर्व सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक दिन पहले फिर से पाला बदलकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में वापस चले गए।(एएमएपी)