भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को केंद्र सरकार ने भारत रत्न से सम्मानित करने का फैसला लिया है। इस फैसले के बाद पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया है। उन्होंने इस क्षण में दिवंगत दीनदयाल उपाध्याय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर कहा कि उन्हें उनके साथ काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। भाजपा के वयोवृद्ध नेता ने वक्तव्य जारी कर कहा कि 14 वर्ष की आयु में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यकर्ता बनने के बाद से उन्होंने देश सेवा और उन्हें दिए कार्य को समर्पण को पारितोषिक माना है। वे ‘इदं न मम’ से प्रेरित होकर यह मानते रहे हैं कि यह जीवन अपना नहीं बल्कि देश का है।

भावुक अवस्था में मीडिया के सामने आए

आडवाणी ने अपनी दिवंगत पत्नी कमला और परिवार के साथ उन सभी को याद किया है जिनके साथ उन्हें कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ। साथ ही कामना की है कि देश तरक्की की नित नई ऊंचाइयां छूए। उल्लेखनीय है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को शनिवार को राष्ट्रपति सचिवालय की ओर से भारत रत्न दिए जाने की घोषणा की गई है। इस घोषणा के बाद पत्रकार उनके आवास पर पहुंचे। यहां वे भावुक अवस्था में मीडिया के सामने आए।

बेटी प्रतिभा बोलीं- परिवार बेहद खुश है

आयु के कारण उनकी बेटी प्रतिभा आडवाणी ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि उनका पूरा परिवार बेहद खुश है। आज उन्हें सबसे ज्यादा अपनी माँ (कमला आडवाणी) की याद आ रही है। उनके जीवन में उनका बहुत बड़ा योगदान था। जब उन्होंने सम्मान के बारे में बताया तो वे बहुत खुश हुए। उन्होंने जीवन के इस मोड़ पर उनका सम्मान करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और देश के लोगों को धन्यवाद दिया। लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित तमाम बड़े नेताओं की ओर से बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया है।

संसदीय-प्रशासनिक क्षमता से आडवाणी ने मजबूत किया लोकतंत्र : राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘हम सबके प्रेरणास्रोत एवं देश के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने के फैसले से बड़े हर्ष और आनंद की अनुभूति हुई है। वे राजनीति में शुचिता, समर्पण और दृढ़ संकल्प के प्रतीक हैं। आडवाणीजी ने अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में अनेक भूमिकाओं में, देश के विकास और राष्ट्रनिर्माण में जो महत्वपूर्ण योगदान किया है, वह अविस्मरणीय और प्रेरणास्पद है।’

उन्होंने आगे कहा, भारत की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने में भी उनकी महती भूमिका रही है। एक राष्ट्रीय नेता के रूप में उन्होंने अपनी विद्वता, संसदीय एवं प्रशासनिक क्षमता से देश और लोकतंत्र को मजबूत किया है। उन्हें भारत रत्न का सम्मान मिलना हर भारतवासी के लिए हर्ष का विषय है। मैं इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देता हूं और आडवाणी का अभिनंदन करता हूं।

आडवाणी राजनीति में शुचिता के जीवंत उदाहरण : गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘देश के वरिष्ठतम नेता और हमारे मार्गदर्शक लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न की घोषणा अत्यंत सुखद और आनंददाई है। आजादी के बाद देश के पुनर्निर्माण में आडवाणी की अहम भूमिका रही है। आडवाणी राजनीति में शुचिता के जीवंत उदाहरण हैं। आडवाणी को ‘भारत रत्न’ घोषित करने के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देता हूं तथा आडवाणी के स्वास्थ्य और दीर्घायु की प्रार्थना करता हूं।’

आडवाणी ने भारत के भविष्य की नींव रखी : शिवराज

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने लिखा, आज हृदय अत्यंत प्रसन्न है। भारत सरकार ने हम सभी के मार्गदर्शक लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय लिया है। लालकृष्ण आडवाणी का संपूर्ण जीवन राष्ट्र तथा समाज के उत्थान के लिए समर्पित रहा है। अपने राजनीतिक कौशल, प्रशासकीय अनुभव और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण से आडवाणी ने भारत के भविष्य की नींव रखी और राष्ट्र निर्माण में जुटे रहे। हम सभी के लिए उनकी तपस्या, त्याग, संघर्ष और समर्पण प्रेरणा का अमृत पुंज है। लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित कर प्रधानमंत्री मोदी ने करोड़ों देशवासियों को मान दिया है। इसके लिए प्रधानमंत्री जी तथा भारत सरकार का अभिनंदन!

राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरे लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा

राम मंदिर के लिए सदैव याद रखा जाएगा : फडणवीस

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बधाई देते हुए लिखा, हमारे प्रेरणास्थान, मार्गदर्शक, वरिष्ठ नेता, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के लिए भारत रत्न घोषि होने पर हार्दिक शुभकामनाएं। देश के विकास में आपका योगदान अविस्मरणीय है। हम सबकी सांस्कृतिक धरोहर प्रभु श्रीराम मंदिर आंदोलन के लिए आपका संघर्ष सदैव याद रखा जाएगा। आपका संपूर्ण जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित रहा और हम सबके लिए आप प्रेरणास्त्रोत हैं। (एएमएपी)