झारखंड में नवगठित चंपाई सोरेन सरकार ने बहुमत परीक्षण पास कर लिया है। सोमवार को विधानसभा में हुए बहुमत परीक्षण में कुल 47 विधायकों ने सरकार के पक्ष में मतदान किया, जबकि विपक्ष में 29 वोट पड़े। झारखंड विधानसभा में कुल 81 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 41 है। सरयू राय तटस्थ रहे, जबकि निर्दलीय अमित यादव विधानसभा नहीं पहुंचे थे। इसके साथ ही राज्य में 31 जनवरी से चल रहे सियासी उठापटक का पटाक्षेप हो गया। इससे पहले गठबंधन सरकार के सभी विधायक हैदराबाद में डेरा डाले हुए थे। इन तमाम घटनाक्रमों के केंद्र में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का इस्तीफा रहा। भूमि घोटाले में ईडी द्वारा हेमंत की गिरफ्तारी के बाद राज्य में सियासी संकट खड़ा हो गया था।गौरतलब है कि मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किए जाने के बाद झामुमो विधायक दल के नेता चंपाई सोरेन ने 2 फरवरी को झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। पीएमएलए (धनशोधन रोकथाम अधिनियम) से संबंधित मामलों की सुनवाई वाली एक विशेष अदालत ने हेमंत सोरेन को विश्वास मत प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति दी। अदालत ने 2 फरवरी को हेमंत सोरेन को पांच दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया था।

चंपई सोरेन का बीजेपी पर वार

चंपई सोरेन ने दो फरवरी को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और बहुमत साबित करने के लिए 5 फरवरी की तारीख तय हुई। उन्होंने आज विश्वास मत पेश किया और इसके बाद इसपर चर्चा शुरू हुई। चर्चा की शुरुआत चंपई सोरेन ने की और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की। इसमें हमने उन्हें असफल कर दिया। सोरेन ने कहा, ”बीजेपी हेमंत सोरेन को झूठे मामलों में फंसाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।” चंपई सोरेन ने कहा कि हेमंत सोरेन को झूठे केस में फंसाया गया, हम सीएम रहते हुए किए गए उनकी योजनाओं को आगे बढ़ाएंगे।

क्या बोले हेमंत सोरेन?

हेमंत सोरेन ने भी केंद्र सरकार, राज्यपाल और बीजेपी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, ”मैं बीजेपी को मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप साबित करने की चुनौती देता हूं, अगर आरोप साबित हुए तो राजनीति छोड़ दूंगा। राजनीति से संन्यास ही नहीं झारखंड छोड़ दूंगा।” उन्होंने कहा कि आंसू नहीं बहाऊंगा, उचित समय आने पर ‘सामंती ताकतों’ को मुंहतोड़ जवाब देंगे। केंद्र की साजिश रचे जाने के बाद राजभवन ने मेरी गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभायी।

बीजेपी ने किया पलटवार

बीजेपी नेता अमर कुमार बाउरी ने झारखंड विधानसभा में कहा कि हेमंत सोरेन जी को पहली बार विधायक से उपमुख्यमंत्री बनाने का काम बीजेपी ने किया। अगर बीजेपी की सरकार नहीं होती तो इतने दिन की सरकार नहीं होती। कांग्रेस ने कभी नहीं चाहा है कि यहां के लोगों का भला हो।  झारखंड का निर्माण बीजपी ने किया। उन्होंने कहा, ”कानून से उपर कोई नहीं है। चंपई सोरेन आप जेल जाने से बचिए।  कांग्रेस के साथ रहने से हेमंत सोरेन जेल चले गए।”

विधानसभा की वर्तमान स्थिति

वर्तमान में झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले महागठबंधन में 48 विधायकों का समर्थन है। इसमें जेएमएम के 29 विधायक, कांग्रेस के 17, राजद और सीपीआई (एमएल) के एक-एक विधायक हैं। वहीं, दूसरी ओर राज्य की विपक्षी एनडीए के पास 32 विधायकों का समर्थन हासिल है। इसमें भाजपा के 26 विधायक, आजसू के तीन, दो निर्दलीय और एक एनसीपी (अजित गुट) के विधायक शामिल हैं। इसके अलावा एक सीट खाली है। (एएमएपी)