भक्तों को मनचाहा वर देते हैं शिव
शिव पुराण कथा के अनुसार शिव ही ऐसे भगवान हैं, जो शीघ्र प्रसन्न होकर अपने भक्तों को मनचाहा वर दे देते हैं। वे सिर्फ अपने भक्तों का कल्याण करना चाहते हैं। वे यह नहीं देखते कि उनकी भक्ति करने वाला इंसान है, राक्षस है, भूत-प्रेत है या फिर किसी और योनि का जीव है। शिव को प्रसन्न करना सबसे आसान है। शिवलिंग की महिमा बताते हुए कहा कि शिवलिंग में मात्र जल चढ़ाकर या बेलपत्र अर्पित करके भी शिव को प्रसन्न किया जा सकता है। इसके लिए किसी विशेष पूजन विधि की आवश्यकता नहीं है।
ऐसे करें भगवान शिव की पूजा
भगवान शिव को विनाशकारी देवता भी कहा जाता है, क्योंकि जब वे क्रोधित होते हैं, तो अपनी तीसरी आंख से ब्रह्मांड को नष्ट कर सकते हैं। लेकिन भगवान शिव एक ऐसे देवता भी हैं जिन्हें प्रसन्न करना बहुत आसान है। भगवान शिव भोजन नहीं बल्कि भक्तों की भावना देखते हैं। अत: श्रद्धापूर्वक की गई सरल पूजा विधि भी भोले भंडारी शिव को प्रसन्न कर देती है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त श्रद्धापूर्वक व्रत और पूजा कर सकते हैं। इसलिए महादेव की पूजा करते समय भगवान के प्रति निस्वार्थता, सच्ची भक्ति और समर्पण का भाव रखें। मंत्रों का जाप करें और स्नान, ध्यान और तपस्या जैसी मानसिक और शारीरिक शुद्धि भी करें। इसके साथ ही शास्त्रों में कुछ उपाय भी बताए गए हैं, जिनसे महादेव जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं।
भगवान शिव को प्रसन्न करने के उपाय
भगवान शिव की पूजा करते समय सफेद, हरा, पीला, आसमानी रंग के वस्त्र धारण करें। शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करने से भी भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। सोमवार, मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत और महाशिवरात्रि जैसे विशेष दिनों में भगवान शिव की पूजा और व्रत करें। भगवान शिव की पूजा में उनकी प्रिय वस्तुएं जैसे जल, बेलपत्र, भांग, धतूरा आदि चढ़ाने से भी महादेव प्रसन्न होते हैं।
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इस मंत्र का करें जाप
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सोमवार को 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। सोमवार को शिवलिंग पर गाय का कच्चा दूध चढ़ाना से भी लाभ प्राप्त होगा। सोमवार को स्नान ध्यान कर सफेद रंग के वस्त्रों धारण करें। इसके अलावा जरूरतमंदों को सफेद रंग की खाद्य सामग्री दान करना चाहिए। इससे कुंडली में चंद्र ग्रह की स्थिति मजबूत होती है और घर में सुख-शांति आती है। ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होंगे। (एएमएपी)