प्रॉपर्टी और बैंक अकाउंट किए जा रहे सीज

एमएसपी की मांग को लेकर किसान आंदोलन जारी है। किसान संगठनों द्वारा दिल्ली कूच को लेकर शंभू बार्डर पर लगे बैरिकेडस को तोड़ने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच सरकार ने आंदोलनकारी किसानों से निपटने के लिए सख्त कदम उठाया है। प्रदर्शन में शामिल जितने भी किसान हैं उनकी प्रॉपर्टी और बैंक अकाउंट सीज किए जा रहे हैं। पुलिस कहना है कि किसान संगठनों द्वारा सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है। साथ ही पुलिस प्रशासन पर पत्थरबाजी व हुड़दंगबाजी करके कानून व्यवस्था बिगाड़ने की प्रतिदिन कोशिश की जा रही है।

जुटाई जा रही जानकारी

पुलिस का कहना है कि उपद्रवियों द्वारा सरकारी व प्राईवेट संपत्ति को काफी नुकसान पंहुचाया जा चुका है। इसका आंकलन किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा पहले ही इस संबंध में आमजन को सूचित किया गया था कि इस आंदोलन के दौरान पहुंचाए गए नुकसान की भरपाई उनकी संपत्ति व बैंक खातों को सीज करके व कुर्की कर की जाएगी। इसके अलावा स्थानीय निवासियों से इस बात की जानकारी मांगी गई है कि क्या प्रदर्शन के दौरान उनकी किसी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।

किसान बीते कई दिनों से कर रहे प्रदर्शन

गौरतलब है कि पंजाब और हरियाणा के बॉर्डर पर किसान बीते कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए सरकार तरह-तरह के उपाय अपना रही है। किसानों पर ड्रोन के माध्यम से आंसू गैस के गोले भी बरसाए गए हैं। वहीं, खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन के दौरान एक युवा किसान की मौत हो गई। इसके बाद किसानों ने प्रदर्शन में दो दिन के ब्रेक की घोषणा की थी।

किसान नेता के नोटिस घर चस्पा, संपत्ति की जानकारी मांगी

भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष और किसान मजदूर मोर्चा के सदस्य अमरजीत सिंह मोहड़ी के घर पर पुलिस का नोटिस चस्पा किया गया है। इस नोटिस को किसानों द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। यह नोटिस एसपी अंबाला की तरफ से जारी किया गया है और इसमें लिखा है कि अमरजीत सिंह मोहड़ी आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। इस नोटिस में कोर्ट के आदेशों का हवाला दिया गया है। साथ ही यह भी बताया गया है कि आंदोलन अब उग्र होता जा रहा है ऐसे में प्रदर्शनकारी सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा सकते हैं। लिहाजा बिना अनुमति के आंदोलन में शामिल होने पर अमरजीत सिंह मोहड़ी की संपत्ति से भी भरपाई हो सकती है। इसमें मोहड़ी की संपत्ति और बैंक खातों की जानकारी मांगी है।

किसान आंदोलन पर कैट का केन्‍द्र से आग्रह,  व्यापारी, ट्रांसपोर्टर और उपभोक्ताओं को भी बातचीत में करें शामिल

किसान नेताओं को नजरबंद करने की कार्रवाई

प्रशासन के अनुसार शंभू बॉर्डर पर आंदोलन के दौरान लगभग 30 पुलिस कर्मचारियों को चोटें आई व 1 पुलिस कर्मचारी का ब्रेन हैमरेज व 2 पुलिस कर्मचारियों की मृत्यु हो चुकी है। प्रशासन के अनुसार इस आंदोलन में कई किसान नेता सक्रिया भूमिका में है और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। उनके अनुसार लगातार सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम इत्यादि के माध्यम से भड़काऊ व उकसाने वाले भाषण देकर प्रचार प्रसार किया जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों, सरकार के खिलाफ गलत शब्दों को भरपुर प्रयोग किया जा रहा है। अपराधिक गतिविधियों को रोकने व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसान संगठनों के पदाधिकारियों को नजरबंद करने की कार्रवाई प्रशासन द्वारा अमल में लाई जा रही है ताकि आंदोलन के दौरान कानून व्यवस्था को कायम रखा जा सके व सामाजिक सौहार्द बिगड़ने न पाए।(एएमएपी)