इंडिया गठबंधन के ऑर्किटेक्ट नीतीश कुमार के एनडीए में जाने के बाद बीजेपी विरोधी सभी पार्टियों में भगदड़ की स्थिति देखेने को मिल रही थी। जिसे देखकर कांग्रेस ही नहीं क्षेत्रीय दलों में भी हताशा की स्थिति देखने को मिलने लगी। एक-एक कर विपक्षी महागठबंधन के कई साथी दलों ने किनारा करना शुरू कर दिया। इस महीने की शुरुआत में यूपी में अहम सहयोगी दल रहे रालोद ने भी किनारा कर लिया। इसकी आंच जम्मू-कश्मीर तक जा पहुंची और वहां भी फारूक अब्दुल्ला के एनडीए में वापसी की फुसफुसाहट होने लगी।
#RahulGandhi hold talks over allocation of seat distribution with #SharadPawar & #UddhavThackeray regarding consensus over seat sharing: Sources
Times Network’s @AruneelS speaks to #Congress‘ @vishwajeetkadam @NivedhanaPrabhu pic.twitter.com/x1AQRxajGr
— Mirror Now (@MirrorNow) February 24, 2024
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के बीच बढ़ी बेचैनी
सूत्र बताते हैं कि इन परिस्थितियों को देखते हुए इंडिया अलायंस खासकर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के बीच बेचैनी बढ़नी शुरू हो गई। बहरहाल, कांग्रेस अब लोकसभा चुनावों के मद्देनजर ताबड़तोड़ सीट शेयरिंग समझौता कर रही है। यूपी में जहां प्रियंका गांधी के एक फोन कॉल से बिगड़ती हुई बात आखिरकार बन गई, वहीं महाराष्ट्र में खुद राहुल गांधी ने मोर्चा संभाल रखा है लेकिन अधिकांश दलों के साथियों से सीट बंटवारे पर बातचीत को अमली जामा दिल्ली में एक ऐसे नेता के आवास पर पहनाया जा रहा है, जो कभी कांग्रेस के जी-23 का सदस्य था लेकिन अब गांधी परिवार का एक मजबूत और भरोसेमंद चेहरा है।
मुकुल वासनिक के आवास पर हो रही सीटों की डील
कांग्रेस के सूत्र बता रहे हैं कि सीट शेयरिंग पर अधिकांश समझौते मुकुल वासनिक के आवास पर हो रहे हैं। वासनिक गांधी परिवार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के भरोसेमंद हैं। वे पहले वहां से सीट समझौते का मंत्र लेकर आते हैं और यहां उसे मसौदे के रूप में ढाल देते हैं। कहा जा रहा है कि कांग्रेस नेतृत्व ने मुकुल वासनिक को साथी दलों के साथ झुककर और अत्यधिक लचीला रुख रखते हुए समझौते को अंजाम देने का स्पष्ट निर्देश दिया है। इसके साथ निर्देश यह भी हैं कि साथी दलों से बातचीत की शुरुआत कड़े लहजे में हो।
इस चुनाव को AAP और Congress नहीं लड़ेगी, INDIA Alliance लड़ेगी, AAP कुछ सीटों पर और Congress कुछ पर।
देश जिस परिस्थति से गुज़र रहा है, जिस तरह से
▪️चुनाव जीतने के लिए विपक्षी नेताओं को Jail में डाला जा रहा है।
▪️चुनावों की चोरी हो रही है।
▪️बेरोजगारी महंगाई चरम सीमा पर है।… pic.twitter.com/GsebxqEppn— AAP (@AamAadmiParty) February 24, 2024
कांग्रेस और आप के बीच सीट शेयरिंग पर बात बनी
जब वासनिक के स्तर से बात बिगड़ने लगती है, तब शीर्ष नेता उसमें दखल देते हैं। पिछले ही दिनों, जब आप से बात बेपटरी होने लगी, तब अरविंद केजरीवाल और राघव चड्ढा मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर पहुंचे, जहां राहुल गांधी भी मौजूद थे। फिर दिल्ली, गुजरात, हरियाणा और गोवा में कांग्रेस और आप के बीच सीट शेयरिंग पर बात बनी। इसी तरह यूपी में बात बिगड़ने पर प्रियंका गांधी ने बीच में दखल देकर 17 सीटों पर डील पक्की कर यूपी के दो लड़कों की सात साल पुरानी दोस्ती पटरी पर लाने में अहम भूमिका निभाई।
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दो सीटों पर कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की सेना के बीच पंच फंसा
फिलहाल महाराष्ट्र की 48 में से 39 सीटों पर सीट शेयरिंग समझौता हो चुका है लेकिन मुंबई की दो सीटों पर कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की सेना के बीच पंच फंसा हुआ है। उधर, पश्चिम बंगाल में भी 42 लोकसभा सीटों के लिए ममता बनर्जी से सीट बंटवारे पर बातचीत अंतिम चरण में है। बनर्जी ने कांग्रेस को दो सीटों का ऑफर दिया है। माना जा रहा है कि इन दोनों प्रदेशों में सीट बंटवारे पर समझौता राहुल गांधी के स्तर से हो रहा है।(एएमएपी)