बदलते लाइफस्टाइल और खान-पान की खराब आदतों की वजह से आज हर दूसरा व्यक्ति मोटापे की समस्या से परेशान है। मोटापा कम करने के लिए लोग अपनी डाइट में बदलाव के साथ घंटों जिम में पसीना बहाने से भी परहेज नहीं करते। बावजूद इसके उनकी समस्या जस की तस बनी रहती है। ऐसे में क्या आप जानते हैं इसके पीछे आपके लाइफस्टाइल से जुड़ी कई गलतियां जिम्मेदार हो सकती हैं। जी हां, कई बार अनजाने में व्यक्ति ऐसी कई गलतियां कर बैठता है, जो उनकी वेट लॉस जर्नी को धीमा बना देती हैं। आइए जानते हैं आखिर क्या हैं ये गलतियां।

अपर्याप्त प्रोटीन का सेवन

डाइट में प्रोटीन की कमी ना सिर्फ मांसपेशियों की सेहत को खतरे में डालती है बल्कि आपकी वेट लॉस जर्नी में भी बाधा बन सकती है। जिसकी वजह से व्यक्ति को स्नैक खाने की क्रेविंग बढ़ जाती है। जिससे वजन बढ़ने लगता है।

कम कैलोरी का सेवन

अक्सर लोग वजन कम करने के दौरान अपनी डाइट में से कैलोरी की मात्रा बिल्कुल खत्म कर देते हैं, ऐसा न करें। अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो पर्याप्त मात्रा में कैलोरी का सेवन करें। कैलोरी की पर्याप्त मात्रा आपके शरीर के लिए जरूरी होती है। शोध के अनुसार कैलोरी का सेवन कम करते हुए जब व्यक्ति ज्यादा एक्सरसाइज करता है तो उसे शरीर में कमजोरी महसूस हो सकती है।

कम वसा वाला भोजन

जो लोग वजन कम करने के लिए अपनी डाइट में से वसा की मात्रा खत्म कर देते हैं। उन्हें सेहत से जुड़े कई नकारात्मक प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं। यही वजह है कि डाइट में वसा की कुछ मात्रा जरूर शामिल करनी चाहिए। इसके लिए आप अपनी डाइट में चीनी को शामिल कर सकते हैं जो पर्याप्त मात्रा में वसा की कमी को दूर करने में मदद कर सकता है।

भोजन का त्याग करना

देखा जाता है कि लोग वजन कम करने के चक्कर में भोजन का त्याग करने लगते हैं। लेकिन ऐसा करने से आपके शरीर में पोषण की कमी हो सकती है, जिससे आपकी सेहत को नुकसान उठाना पड़ सकता है। सेहत से जुड़े कई शोध बताते हैं कि जो लोग आमतौर पर नाश्ता नहीं करते हैं उनके वजन पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। रोजाना नाश्ता करने से आप लंबे समय तक ऊर्जावान बने रहने के साथ आसानी से अपना वजन भी कम कर सकते हैं।

स्वास्थ्य समस्याएं

हाइपोथायरायडिज्म,विटामिन डी या बी 12 की कमी जैसी कुछ स्वास्थ्य समस्याएं वेट लॉस के प्रयासों में बाधा डाल सकती हैं। ऐसे में अपने वेट लॉस मिशन को पूरा करने के लिए शरीर में इन विटामिन की कमी को पूरा करने के लिए रूटिन टेस्ट करवाकर अपने डॉक्टर से सलाह लेकर इलाज करवाएं।

प्रोसेस्ड फूड

प्रोसेस्ड फूड में कैलोरी की अधिकता और पोषक तत्वों की कमी होती है। फास्ट फूड,जंक फूड,पैकेटबंद चीजें,मीठी चीजें,तली-भुनी चीजें खाने से व्यक्ति का वजन बढ़ता है। हालांकि अधिकांश लोगों को यह पता होता है कि इन फूड से मोटापा बढ़ता है,बावजूद इसके वे इन चीजों से परहेज नहीं कर पाते हैं और उनका वजन बढ़ता रहता है।

पर्याप्त नींद ना लेना

अपर्याप्त नींद की वजह से घ्रेलिन और लेप्टिन सहित इन हार्मोनों का संतुलन गड़बड़ा सकता है, जो आपकी भूख को नियंत्रित रखने के लिए जरूरी है। इस व्यवधान से भूख की भावना बढ़ सकती है। जिससे व्यक्ति में और अधिक खाने की इच्छा बढ़ सकती है। जिससे व्यक्ति अधिक कैलोरी का सेवन करने लगता है। जो वजन बढ़ने का एक और कारण है। ऐसे में अगर आप पहले से ही वजन घटान की कोशिश कर रहे हों तो अपनी नींद से समझौता न करें।

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स्लो मेटाबोलिज्म

मेटाबोलिज्म स्लो होने से शरीर सुस्त हो जाता है। जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म सुस्त होता है,उनका वजन भी बढ़ने लगता है और डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं व्यक्ति को परेशान करने लगती हैं। अनहेल्दी डाइट, फिजिकल एक्टिविटी का कम होना, स्ट्रेस, नींद की कमी और भी कई ऐसी चीजें हैं,जिनके चलते मेटाबॉलिज्म सुस्त होता है। ऐसे में वेट लॉस रिजल्ट जल्दी चाहते हैं तो पहले अपने मेटाबॉलिज्म को हेल्दी बनाए रखें।

अनियमित जीवनशैली

जो लोग वजन कम करने के दौरान अपनी डाइट पर तो कंट्रोल कर लेते हैं लेकिन शारीरिक गतिविधियों से पूरी तरह से दूर रहते हैं। आपकी यह आदत आपकी सेहत के लिए बड़ा खतरा बन सकती है। आपकी इस आदत की वजह से आप अपना वजन कम करने की जगह बढ़ा सकते हैं। वजन कम करने के लिए आपको डाइट के साथ अपनी जीवनशैली में भी कई जरूरी बदलाव करने चाहिए। (एएमएपी)