मुल्क की आदियाला जेल में लंबे समय से बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ”पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ” (पीटीआई) ने हाल ही में हुए चुनाव के नतीजों में धांधली का आरोप लगाते हुए सड़क पर उतरने का फैसला किया है। पीटीआई ने जनादेश पर डाका डालने का आरोप लगाते हुए पार्टी प्रमुख इमरान खान के आह्वान पर दो मार्च को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है।प्रमुख समाचार पत्र डॉन के अनुसार, यह घोषणा पीटीआई नेता शेर अफजल मारवात ने राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन में की। इस दौरान पार्टी के अन्य नेता भी मौजूद रहे। मारवात ने सभी लोकतांत्रिक ताकतों से सहयोग करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बलूचिस्तान के पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों को दबाव में हारा हुआ घोषित कर दिया गया। पीटीआई उम्मीदवारों की जीत को रातों-रात हार में बदल दिया गया।

पीटीआई नेता मारवत ने कहा कि पीटीआई संस्थापक इमरान खान के आह्वान पर दो मार्च को देशव्यापी शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस्लामाबाद में प्रदर्शन की अगुवाई वह करेंगे। उन्होंने कहा गया कि ”मेगा पोल चोरी” के खिलाफ आवाज नहीं उठाई गई तो पाकिस्तान में लोकतंत्र कभी नहीं पनप पाएगा।

संवाददाता सम्मेलन में पीटीआई के दूसरे नेता अली मोहम्मद खान ने आरोप लगाया कि बलूचिस्तान में “बड़े पैमाने पर धांधली की गई है। लोगों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया गया।” पीटीआई किसी भी राजनीतिक दल या संस्था के खिलाफ नहीं है। इमरान खान चाहते हैं कि जनता के जनादेश का सम्मान किया जाना चाहिए। खान ने कहा, “यह कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है। यह जनादेश का मामला है। अगर पाकिस्तान में लोकतंत्र को बचाना है तो सबको साथ आना होगा।”

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इस संवाददाता सम्मेलन में पीटीआई नेता सालार खान काकर ने आरोप लगाया कि बलूचिस्तान में कथित तौर पर बड़े पैमाने पर धांधली के जरिए सीटें “ठेकेदारों, तस्करों और अराजनीतिक हस्तियों” को बेची गईं। कक्कड़ के अनुसार, उन्होंने फॉर्म-45 के अनुसार स्पष्ट जीत हासिल की थी, लेकिन एक पीएमएल-एन उम्मीदवार जो आठवें स्थान पर था, उसे “धोखाधड़ी से” विजयी घोषित कर दिया गया। (एएमएपी)