श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर के लिए भूमि पूजन
जिस अवधपुरी का एहसास कराने के लिए 500 साल से प्रतीक्षा थी, उसकी पूरे दुनिया व समस्त भारतवासियों की भावनाओं को मूर्त रूप देने का यह अवसर आज पूरा हुआ है। पांच सदी के बाद आज 135 करोड़ भारतवासियों का संकल्प पूरा हो रहा है। देश में लोकतांत्रिक तरीकों के साथ ही मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। इस घड़ी की प्रतीक्षा में हमारी कई पीढ़ियां गुजर चुकी हैं। राम मंदिर के निर्माण का सपना लिए अनेक लोगों ने बलिदान दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सूझबूझ और प्रयासों के कारण आज संकल्प पूरा हो रहा है। हमने तीन साल पहले अयोध्या में दीपोत्सव का कार्यक्रम शुरू किया था, आज उसकी सिद्धि हो रही है। सरकार की ओर से पहले रामायण सर्किट का काम शुरू किया गया, साथ ही अयोध्या में विकास कार्य हो रहा है।
अवधपुरी को वैभवशाली बनाने को हम सभी प्रतिबद्ध
राम मंदिर के निर्माण कार्य को भले ही राम मंदिर ट्रस्ट करे लेकिन पूरी अवधपुरी के भौतिक विकास और सांस्कृतिक विसारत को क्षुब्ध किए बिना इस नगरी को वैभवशाली बनाने के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं।
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण सीमित संख्या में अतिथियों को आमंत्रण दिया जा सका है। श्रीराम मंदिर आंदोलन से जुड़े संतों को आने वाले समय में कार्यक्रमों के माध्यम से आमंत्रित किया जाएगा।
(बुधवार 5 अगस्त को अयोध्या में श्रीराम मंदिर भूमिपूजन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उद्बोधन के संपादित अंश)