केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) के लिए अम्ब्रेला संगठन नेशनल अर्बन कोऑपरेटिव फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनयूसीएफडीसी) का उद्घाटन किया।इस अवसर पर अमित शाह ने कहा कि जब तक सहकारी संस्थाओं के बीच सहकार और परस्पर आगे बढ़ाने की ताकत नहीं दी जाएगी, तब तक हम आगे नहीं बढ़ सकते। उन्होंने कहा कि लगभग 20 वर्षों के संघर्ष के बाद आज एनयूसीएफडीसी की स्थापना हो रही है और यह हम सभी के लिए बहुत ही शुभ दिन है।
सहकारिता मंत्रालय का गठन कर सहकारिता क्षेत्र को नया जीवन दिया
उन्होंने कहा कि पहले सहकारिता मंत्रालय और सहकारी क्षेत्र अनेक मंत्रालयों में बिखरा हुआ था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के 75 साल बाद अलग सहकारिता मंत्रालय का गठन कर सहकारिता क्षेत्र को नया जीवन दिया है। उन्होंने कहा कि सहकारिता आंदोलन को एक अंब्रेला सहकारिता मंत्रालय के रूप में मिला है। 125 वर्षों तक सहकारी क्षेत्र ने संघर्ष किया और अपना अस्तित्व बचाए रखा, लेकिन अब सरकारी तंत्र के सहयोग से यह तेजी से प्रगति करेगा और देश की अर्थव्यवस्था में सम्मान हासिल करेगा। सहकारिता आंदोलन को जनांदोलन बनाने का प्रयास किया जा रहा है। सहकारिता मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत जैसे विशाल देश में विकास का पैमाना सिर्फ आंकड़े नहीं हो सकते, बल्कि देश के विकास में कितने लोगों की भागीदारी है, ये बहुत बड़ा पैरामीटर होना चाहिए।
आज सहकारी बैंकों के अम्ब्रेला संगठन ‘नेशनल अर्बन कोऑपरेटिव फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NUCFDC)’ का शुभारंभ किया। कॉर्पोरेट गवर्नेंस के तर्ज पर कोआपरेटिव-गवर्नेंस मॉडल को खड़ा करने के लक्ष्य की दिशा में यह एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
इस अम्ब्रेला संगठन की स्थापना से… pic.twitter.com/HeJH6uZXqi
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सेल्फ-रेगुलेशन के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक भी
अमित शाह ने कहा कि ये अंब्रेला संगठन समय की आवश्यकता है और सेल्फ-रेगुलेशन के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक भी है। इस संगठन के बनने के बाद देश में शहरी सहकारी बैंकों का विकास कई गुना बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि अंब्रेला संगठन का एक प्रमुख काम बीआर एक्ट के लिए छोटे से छोटे बैंक को तौयार करना होना चाहिए। हमारा लक्ष्य आगे बढ़ते हुए हर शहर में शहरी सहकारी बैंक खोलना होना चाहिए।
इस अवसर पर केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री बीएल वर्मा और सहकारिता मंत्रालय के सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी सहित अन्य गण्यमान्य उपस्थित थे।
नई दिल्ली में शहरी सहकारी बैंकों के अम्ब्रेला संगठन ‘नेशनल अर्बन कोऑपरेटिव फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NUCFDC)’ के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहा हूँ… https://t.co/pes99sJdBn
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‘शहरी-सहकारी बैंकिंग क्षेत्र को मजबूत करना लक्ष्य’
कार्यक्रम के संबोधन में अमित शाह ने कहा कि जब तक कॉरपोरेटरों के बीच सहकारिता में सहयोग नहीं होगा तब तक यह काम नहीं होगा। अपने पूरे जीवन में मैं कभी भी अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक से नहीं जुड़ा था। हालांकि गुजरात संकट के दौरान मुझे काम करने का मौका मिला। अगर एक अंब्रेला संगठन मौजूद होता तो बैंकों को इतनी गिरावट का सामना नहीं करना पड़ता। 20 वर्षों के जद्दोजहद के बाद आज राष्ट्रीय शहरी सहकारी वित्त और विकास सहयोग स्थापित हो गया है।
एक शहर-एक सहकारी बैंक विकसित करेगा- अमित शाह
इस दौरान अमित शाह ने सहकारी बैंकों के सभी हितधारकों से बैंकिग क्षेत्र के विकास और आधुनिकीकरण पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की है। साथ ही अपने संबोधन के दौरान विश्वास जताया कि संगठन, वन टाउन- हमारे शहरी सहकारी बैंक, अभियान के तहत हर कस्बे में एक शहर-एक सहकारी बैंक विकसित करेगा। संबोधन में अमित शाह ने कहा कि इस संगठन की स्थापना आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहकार से समृद्धि के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। मंत्रालय के मुताबिक, एनयूसीएफडीसी को गैर बैंकिंग वित्त कंपनी के रूप में कार्य करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पंजीकृत किया गया है।
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शहरी सहकारी बैंकों के सहयोग से विकास संभव- अमित शाह
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने आने बढ़ने के लिए हितधारकों के बीच सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शहरी सहकारी बैंकों के सहयोग से देश का समावेशी आर्थिक विकास संभव है और इस आंदोलन को प्रभावी बनाने के लिए यह सुनिश्चित करना होगा, कि यह अंतिम छोर तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि विकास के आकलन के लिए आंकड़े ही एक मात्रा जरिया नहीं है। यह महत्वपूर्ण है कि देश के विकास में बड़े स्तर पर लोगों की भागीदारी सुनिश्चित हो।(एएमएपी)