एमएसपी समेत कई मांगों को लेकर 13 फरवरी से आंदोलित किसानों ने रविवार को अपनी बैठक के बाद ऐलान किया है कि वह दिल्ली जाकर ही रहेंगे। किसान नेताओं ने कहा है कि वह पीछे नहीं हटेंगे। देशभर के किसानों से अपील की है कि वह ट्रेन, बस और हवाई मार्ग से आंदोलन स्थलों पर पहुंचें। इसके अलावा 10 मार्च को ट्रेनों का चक्का जाम करने के लिए रेल रोको विरोध-प्रदर्शन की घोषणा भी की है।

अपनी मांगें मनवाने पर अड़े किसान

दरअसल, किसान केंद्र सरकार से अपनी मांगें मनवाने के लिए अड़े हुए हैं। किसानों ने ऐलान किया है कि दिल्ली आने के उनके प्लान में कोई बदलाव नहीं हुआ है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बताया है कि अब किसान किस दिन दिल्ली की ओर कूच करेंगे। जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, ‘हम पीछे नहीं हटे हैं औऱ दिल्ली मार्च करने का हमारा प्लान पहले जैसा ही हैं। डल्लेवाल का कहना है कि हम दिल्ली के बॉर्डरों पर अपनी ताकत बढ़ाएंगे। 6 मार्च को किसान पूरे देश से दिल्ली पहुंचेंगे। यह किसान, ट्रेन, बस और हवाई जवाज से आएंगे। 10 मार्च को हम पूरे देश में ‘रेल रेको’ प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। उन्होंने कहा कि तब तक शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान बैठे रहेंगे।

बॉर्डर पर किसानों की संख्या बढ़ाने का ऐलान

किसान आंदोलन में मारे गए युवा किसान शुभकरण सिंह के घर दोपहर में श्रद्धांजलि और भोज कार्यक्रम किया गया। इसके बाद पंजाब मजदूर संघर्ष समिति और भाकियू सिद्दूपुर समेत अन्य किसान संगठनों की बैठक हुई। किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि बैठक में सरकार को घुटनों के बल लाने के लिए किसानों ने रणनीति बनाई है। उन्होंने कहा कि आंदोलन को मजबूती देने के लिए बॉर्डर पर किसानों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

चुनाव जीतने पर सरकार का ध्यान : पंढेर

इससे पहले सुबह किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार ने खुद दिल्ली और पंजाब हरियाणा सीमा के पास बैरिकेडिंग करके सड़कों को ब्लॉक किया है। हमने सड़कें अवरुद्ध नहीं की हैं और देश के 140 करोड़ लोगों ने इसे देखा है।  उन्होंने कहा सरकार किसानों की मांग पर ध्यान नहीं दे रही है उसका ध्यान सिर्फ चुनाव जीतने पर है। उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती है।

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गौरतलब है कि किसान फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों व कृषि मजदूरों के लिए पेंशन और कृषि ऋण माफ करने सहित कई मांगें को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इससे पहले यह कहा जा रहा था कि किसानों ने दिल्ली मार्च पर कोई ऐलान नहीं लिया है लेकिन अब जगजीत सिंह डल्लेवाल ने साफ किया है कि यह आंदोलन अभी जारी रहेगा। इससे पहले किसान नेता मनजीत सिंह राय औऱ जसविंदर सिंह लोंगोवाल ने अपनी मांगों को लेकर ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन को तेज करने की बात कही थी।(एएमएपी)