केन्‍द्रीय मंत्री से लेकर मुख्‍यमंत्रियों ने सोशल मीडिया पर बदला नाम

लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ लगातार मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। लेकिन हर बार की तरह उसकी रणनीति इस बार भी असफल साबित होती नजर आ रही है। हाल ही में पटना में हुई विपक्षी गठबंधन की रैली में राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवार न होने का मामला उठाया। लेकिन विपक्ष का यह हमला भी नाकाम साबित हुआ। भारतीय जनता पार्टी से जुड़े नेताओं ने ‘मोदी का परिवार’ अभियान छेड़कर यह साबित कर दिया है कि भाजपा अब पूरी तरह एकजुट होकर विपक्ष का सामना करने को तैयार है।

लगातार परिवारवाद पर हमला कर रहे पीएम मोदी

दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी लगातार परिवारवाद पर हमला कर रहे हैं। उनके रेडार में लालू प्रसाद यादव से लेकर मुलायम सिंह यादव तक का परिवार आ गया है। ऐसे में लालू प्रसाद यादव ने पटना की रैली में परिवारवाद के लिए नरेंद्र मोदी का परिवार न होने की बात कही। अब इसको भारतीय जनता पार्टी ने मुद्दा बना दिया है। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले इस अभियान से उत्‍तर प्रदेश, मध्‍यप्रदेश, उत्तराखंड जैसे कई राज्‍यों में भाजपा नेताओं ने अपने सोशल मीडिया प्‍लेटफार्म ‘एक्‍स’ पर ‘मोदी का परिवार’ अभियान चलाया है। जो सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड कर रहा है।

सोशल मीडिया पर चला ‘मोदी का परिवार’ अभियान

सोमवार को पीएम मोदी ने तेलंगाना में आयोजित कार्यक्रम ने परिवारवाद के नाम पर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण में आकंठ डूबे इंडी गठबंधन के नेता बौखलाते जा रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि मैं इनके परिवारवाद पर सवाल उठाता हूं, तो इन लोगों ने अब बोलना शुरू कर दिया है कि मोदी का कोई परिवार नहीं है। मैं इनसे कहना चाहता हूं कि 140 करोड़ देशवासी ही मेरा परिवार है, जिसका कोई नहीं है वो भी मोदी के हैं और मोदी उनका है। मेरा भारत-मेरा परिवार है। इसके बाद सोशल मीडिया पर ‘मोदी का परिवार’ अभियान का ट्रेंड चल पड़ा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई दिग्गज इस अभियान से जुड़े गए। उन्‍होंने सोशल मीडिया पर अपने नाम के आगे ‘मोदी का परिवार’ जोड़ दिया है। इनमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा समेत कई दिग्गजों का नाम शामिल है।

अभियान से जुड़े भाजपा के कई दिग्‍गजों नेता

‘मोदी का परिवार’ अभियान से शाह और नड्डा के अलावा केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, , केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, डॉक्टर वीरेंद्र कुमार, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, अनुराग ठाकुर, प्रवक्ता संबित पात्रा, राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, गिरिराज सिंह, सांसद मनोज तिवारी, मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रेम सिंह तमांग समेत कई बड़े नेता जुड़ गए हैं। उन्‍होंने सोशल मीडिया पर नाम के आगे ‘मोदी का परिवार’ लिखा दिया है। खास बात है कि यह पहल ऐसे समय पर शुरू हुई है, जब लोकसभा चुनाव नजदीक है। ऐसे में भाजपा के लिए यह एक माटरस्‍टोक से कम नहीं है।

आपके सपने ही मेरा संकल्प होंगे : प्रधानमंत्री मोदी

पीएम मोदी ने तेलंगाना के आदिलाबाद में कहा, ‘मैं जब देर रात तक काम करता हूं और उसकी खबर बाहर आती है तो लाखों लोग मुझे खत लिखते हैं। कहते हैं कि आप इतना काम मत कीजिए। थोड़ा आराम भी कीजिए। मैंने बचपन में एक सपना लेकर घर छोड़ा था। यह सोचा था कि देशवासियों के लिए काम करूंगा। मेरा कोई निजी सपना नहीं होगा और आपके सपने ही मेरा संकल्प होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि आपके सपनों और आपके बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए जीवन खपा दूंगा।’

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क्‍या कहा था लालू ने ?

रविवार को आरजेडी की रैली में लालू यादव ने पीएम मोदी पर निजी हमले किए थे। उन्होंने पीएम मोदी की मां के निधन तक पर बात की। लालू यादव ने कहा, ‘मोदी क्या है? मोदी कोई चीज नहीं है। मोदी के पास तो परिवार ही नहीं है। लालू ने कहा कि तुम्हारे परिवार में कोई संतान क्यों नहीं हुई और ज्यादा संतान होने वाले लोगों को परिवारवाद बोलते हैं। इस तरह लालू यादव ने नरेंद्र मोदी के परिवार पर टिप्पणी की थी। फिर पीएम मोदी ने अपने ही अंदाज में लालू यादव को जवाब दिया और एक नया नारा भी गढ़ दिया। संभव है कि भाजपा की ओर से इस नारे को चुनाव में भी जोर-शोर से इस्तेमाल किया जाए।(एएमएपी)