🚨 TDP Chief Chandrababu Naidu meets Home Minister Amit Shah and BJP president JP Nadda.
BJP can contest 7-8 loksabha seats and around 20 assembly seats in Andhra Pradesh.
TDP & Janasena both will declare support to BJP in Telangana & campaign for it.
Pawan Kalyan also joined… pic.twitter.com/eyMSOmnKbK
— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) March 8, 2024
टीडीपी ने की लोगों से अपील
सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर जानकारी देते हुए चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि आज अमरावती में बीजेपी, टीडीपी और जेएसपी ने सीट बंटवारे का जबरदस्त फॉर्मूला बना गया है। मैं विनम्रतापूर्वक आंध्र प्रदेश के अपने लोगों से इस गठबंधन पर अपना आशीर्वाद बरसाने और हमें उनकी सेवा करने के लिए ऐतिहासिक जनादेश देने का आह्वान करता हूं। विपक्षी पार्टी ने 17 से 20 मार्च के बीच एक चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया है। अगर मोदी इस सभा में भाग लेते हैं, तो यह एक दशक में पहली बार होगा कि मोदी, नायडू और कल्याण एक ही मंच पर होंगे।
देर रात सीट शेयरिंग पर लगी आखिरी मुहर
सीटों के गठजोड़ को अंतिम रूप देने के लिए एक बैठक हुई थी। यह बैठक दिल्ली में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की ओर से आयोजित हुई थी। बीजेपी मुख्यालय में जारी इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्यगण मौजूद थे। बैठक में काफी जद्दोजहद के बाद देर रात आंध्र प्रदेश में सीट शेयरिंग पर आखिरी मुहर लग गई।
Sri Nara Chandrababu Naidu and Sri Pawan Kalyan met Sri Amit Shah and Sri JP Nadda in New Delhi yesterday.#NaraChandrababuNaidu pic.twitter.com/gZ8F8bzdme
— Telugu Desam Party (@JaiTDP) March 8, 2024
पुराना है टीडीपी और बीजेपी का नाता
आपको बता दें कि बीजेपी और टीडीपी का रिश्ता बहुत पुराना है। दोनों पार्टियों का पहली बार गठबंधन साल 1996 में हुआ था। तब टीडीपी एनडीए में शामिल हुई थी। दोनों ने साल 2014 में लोकसभा चुनाव और विधानसभा साथ लड़ा था, जबकि जेएसपी ने 2014 के चुनावों में बीजेपी का समर्थन किया था, लेकिन साल 2014 के बाद दोनों पार्टियों में मतभेद के बाद टीडीपी एनडीए से अलग हो गई। दोनों ने साल 2019 का लोकसभा और विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ा था, जहां वाईआरएस कांग्रेस ने टीडीपी को करारी शिकस्त दी थी।
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6 साल बाद भाजपा-टीडीपी एक साथ आए
9 मार्च को टीडीपी आधिकारिक रूप से एनडीए में शामिल हो गई थी। टीडीपी ने 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले 2018 में एनडीए गठबंधन से अपना नाम वापस ले लिया था। आंध्र प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा न मिलने से नाराज चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए सरकार से नाम वापस ले लिया था।
एनडीए में शामिल हो सकती है बीजेडी
टीडीपी के अलावा ओडिशा की एनडीए भी जल्द ही एनडीए में शामिल हो सकती है। बुधवार को भुवनेश्वर में बीजेडी के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के घर नवीन निवास में चुनाव को लेकर लंबी मीटिंग हुई। इस मीटिंग के बाद बीजेडी के वाइस प्रेसिडेंट देबी प्रसाद मिश्रा ने कहा कि हमारी बीजेपी के साथ अलायंस पर चर्चा चल रही है। हमारी पार्टी ओडिशा के लोगों के हितों को लेकर जरूरी फैसला लेगी।(एएमएपी)