आंध्र प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव 2024 और विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए गठबंधन में सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया गया। आंध्र प्रदेश में विधानसभा की 175 और लोकसभा की 25 सीट हैं। बता दें कि, आंध्र प्रदेश में बीजेपी के साथ तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू और जनसेना पार्टी प्रमुख पवन कल्याण ने हाथ मिलाया है। बीजेपी आंध्र में विधानसभा की 10 सीटों और लोकसभा की 6 सीट पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, जनसेना 21 विधानसभा सीट और 2 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा बाकी 144 विधानसभा और 17 लोकसभा सीटों पर टीडीपी अपने उम्मीदवार उतारेगी।

टीडीपी ने की लोगों से अपील

सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर जानकारी देते हुए चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि आज अमरावती में बीजेपी, टीडीपी और जेएसपी ने सीट बंटवारे का जबरदस्त फॉर्मूला बना गया है। मैं विनम्रतापूर्वक आंध्र प्रदेश के अपने लोगों से इस गठबंधन पर अपना आशीर्वाद बरसाने और हमें उनकी सेवा करने के लिए ऐतिहासिक जनादेश देने का आह्वान करता हूं। विपक्षी पार्टी ने 17 से 20 मार्च के बीच एक चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया है। अगर मोदी इस सभा में भाग लेते हैं, तो यह एक दशक में पहली बार होगा कि मोदी, नायडू और कल्याण एक ही मंच पर होंगे।

देर रात सीट शेयरिंग पर लगी आखिरी मुहर

सीटों के गठजोड़ को अंतिम रूप देने के लिए एक बैठक हुई थी। यह बैठक दिल्ली में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की ओर से आयोजित हुई थी। बीजेपी मुख्यालय में जारी इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्यगण मौजूद थे। बैठक में काफी जद्दोजहद के बाद देर रात आंध्र प्रदेश में सीट शेयरिंग पर आखिरी मुहर लग गई।

पुराना है टीडीपी और बीजेपी का नाता

आपको बता दें कि बीजेपी और टीडीपी का रिश्ता बहुत पुराना है। दोनों पार्टियों का पहली बार गठबंधन साल 1996 में हुआ था। तब टीडीपी एनडीए में शामिल हुई थी। दोनों ने साल 2014 में लोकसभा चुनाव और विधानसभा साथ लड़ा था, जबकि जेएसपी ने 2014 के चुनावों में बीजेपी का समर्थन किया था, लेकिन साल 2014 के बाद दोनों पार्टियों में मतभेद के बाद टीडीपी एनडीए से अलग हो गई। दोनों ने साल 2019 का लोकसभा और विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ा था, जहां वाईआरएस कांग्रेस ने टीडीपी को करारी शिकस्त दी थी।

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6 साल बाद भाजपा-टीडीपी एक साथ आए

9 मार्च को टीडीपी आधिकारिक रूप से एनडीए में शामिल हो गई थी। टीडीपी ने 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले 2018 में एनडीए गठबंधन से अपना नाम वापस ले लिया था। आंध्र प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा न मिलने से नाराज चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए सरकार से नाम वापस ले लिया था।

एनडीए में शामिल हो सकती है बीजेडी

टीडीपी के अलावा ओडिशा की एनडीए भी जल्द ही एनडीए में शामिल हो सकती है। बुधवार को भुवनेश्वर में बीजेडी के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के घर नवीन निवास में चुनाव को लेकर लंबी मीटिंग हुई। इस मीटिंग के बाद बीजेडी के वाइस प्रेसिडेंट देबी प्रसाद मिश्रा ने कहा कि हमारी बीजेपी के साथ अलायंस पर चर्चा चल रही है। हमारी पार्टी ओडिशा के लोगों के हितों को लेकर जरूरी फैसला लेगी।(एएमएपी)