करीब एक घंटे तक कई मिसाइलें और गोला-बारूद दागने से बना युद्ध जैसा माहौल
स्वदेशी विमानों, हेलीकॉप्टरों, मिसाइलों और रक्षा प्लेटफार्मों का हुआ अद्भुत प्रदर्शन
रक्षा क्षेत्र में भारत की ‘आत्मनिर्भरता’ के इस प्रदर्शन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने भी देखा। त्रि-सेवा लाइव फायर और युद्धाभ्यास के रूप में स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का प्रदर्शन समाप्त होते ही पोखरण रेंज ‘भारत माता की जय’ के उद्घोष से गूंज उठा।
पोखरण के युद्धसभ्यास में शामिल होने जा रहा तेजस विमान क्रैस, पायलट सुरक्षित
भारतीय नौसेना के मार्कोस और भारतीय वायु सेना के गरुड़ कमांडो ने घुसपैठ रोकने का सफल ऑपरेशन किया, जबकि युद्ध के मैदान की निगरानी दूर से संचालित विमान और ड्रोन के जरिये की गई। इसके बाद लंबी दूरी के हथियारों और आर्टिलरी गन से लक्ष्यों पर सटीक निशाना लगाकर उन्हें नष्ट किये जाने का प्रदर्शन किया गया। स्थिर प्रदर्शन में हथियार का पता लगाने वाले रडार स्वाति ने भी दुश्मन के ठिकानों का पता लगाने में भूमिका निभाई।अभ्यास के दौरान भारत में निर्मित पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर, अर्जुन टैंक, धनुष होवित्जर, तेजस लड़ाकू विमान और एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर के विभिन्न संस्करण अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया।(एएमएपी)