चालक दल के 17 सदस्यों को सकुशल बचाया
सभी समुद्री डाकू सोमालिया के रहने वाले हैं और समुद्र में अपहरण को अंजाम देने के लिए 14 दिसंबर को इन समुद्री लुटेरों ने एमवी रुएन जहाज का अपहरण कर लिया था। भारतीय नौसेना के युद्धपोत ने 15 मार्च को इसका पीछा किया और इस दौरान अपहृत जहाज से गोलीबारी की गई। भारतीय युद्धपोत ने भी अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक जवाबी कार्रवाई की।
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इससे पहले भी भारतीय नौसेना ने समुद्री सुरक्षा के मामले में लगातार अपनी बेहतरीन क्षमता का प्रदर्शन करते हुए कई कामयाबी हासिल कर चुकी है। इस महीने की शुरुआत में सोमालिया के पूर्वी तट पर 11 ईरानी और 8 पाकिस्तानी नागरिकों के चालक दल वाले जहाज पर डकैती के प्रयास को विफल कर दिया था। जबकि जनवरी में भारतीय युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने सोमालिया के पूर्वी तट पर समुद्री डाकुओं द्वारा हमला किए जाने के बाद ईरानी ध्वज वाले जहाज के 19 पाकिस्तानी चालक दल को बचाया था। नौसेना ने 05 जनवरी को उत्तरी अरब सागर में लाइबेरिया के झंडे वाले जहाज एमवी लीला नोरफोक के अपहरण के प्रयास को विफल कर दिया था।(एएमएपी)