चिराग पासवान ने हाजीपुर से अपने नाम का किया ऐलान

संसदीय दल के बैठक के बाद लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख चिराग पासवान ने बुधवार को स्पष्ट कर दिया कि वे अपने पिता की कर्मभूमि बिहार के हाजीपुर से ही चुनाव मैदान में उतरेंगे। इसके लिए उन्हें हर चुनौती स्वीकार है। चिराग पासवान ने कहा कि अगर उनके खिलाफ उनके चाचा पशुपतिनाथ पासवान भी आते हैं तो उनका डटकर मुकाबला करेंगे। मीडिया से बातचीत करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि यह निश्चित है कि मैं हाजीपुर से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का एनडीए का उम्मीदवार बनूंगा। यह सीट मेरे पिता की कर्मभूमि है। चिराग ने यह भी कहा कि अगर उनके चाचा पशुपति कुमार पारस वहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं तो इसका निर्णय अंततः उन्हें ही लेना होगा। मैं कभी किसी चुनौती से नहीं डरा।

अब हम बिहार की ओर रुख करेंगे

चिराग पासवान ने कहा कि अब हम बिहार की ओर रुख करेंगे। आने वाले समय में हम बड़ी लड़ाई की ओर बढ़ रहे हैं। गठबंधन के तहत 400 से ज्यादा सीटें जीतेंगे, हमें इस बात का भरोसा है। चिराग ने कहा कि मुझे लगता है कि अगले दो-चार दिनों में सभी 5 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बन जाएगी। अगले चार-पांच दिन में नामों की घोषणा कर दी जाएगी । लोजपा रामविलास के संसदीय बोर्ड की बैठक बुधवार को हुई। इसमें चिराग पासवान के हाजीपुर से चुनाव लड़ने पर मुहर लगाई गई। हालांकि, बैठक में जमुई, वैशाली, हाजीपुर, खगड़िया सीटों पर कौन चुनाव लड़ेगा, इस पर सहमति नहीं बन पाई।

तमिलनाडु में पीएमके और भाजपा आए साथ, सीट बंटवारे पर बनी सहमति

मैं हर चुनौती के लिए तैयार हूं

चिराग पासवान ने कहा कि मेरे नेता (रामविलास पासवान) के जाने के बाद मुझे ख़त्म करने की कोशिश की गई, लेकिन मैं झुका नहीं। अब मैं हर चुनौती के लिए तैयार हूं। जनता मेरे साथ है। चाचा जी हमेशा कहते रहे हैं कि राजनीति में अंतिम सांस तक वह पीएम मोदी के साथ रहेंगे और एनडीए में रहेंगे। ऐसे में पीएम मोदी के 400 सीटों के लक्ष्य के राह में वह स्वयं रोड़ा बनेंगे? यह फैसला उनको लेना है। परिवार से अलग होने का फैसला उन्हीं (पशुपति पारस) का था। आज भी वह साथ आएंगे तो फैसला उन्हीं का रहेगा। (एएमएपी)