कानून-व्यवस्था बिगड़ने का खतरा, जोधपुर में ही करवाना होगा इलाज
दरअसल, अपने ही आश्रम की नाबालिग छात्रा से यौन उत्पीड़न के आरोप में आसाराम जोधपुर की सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। आसाराम ने राजस्थान हाईकोर्ट में महाराष्ट्र के पुणे में आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज कराने की अनुमति के लिए याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है। इस संबंध में महाराष्ट्र पुलिस ने सुरक्षा का हवाला देकर आसाराम को इलाज के लिए मंजूरी नहीं देने की बात कही थी। इस पर हाई कोर्ट ने कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका जताई और यह भी कहा है कि पुणे से अच्छा इलाज आसाराम को जोधपुर के ही एम्स में मिल सकता है।
आसाराम हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक उपचार के लिए कई याचिका लगा चुके हैं लेकिन अभी तक उन्हें कहीं से भी अंतरिम राहत नहीं मिल पाई है। महाराष्ट्र पुलिस की रिपोर्ट को बुधवार को सुनवाई के दौरान अतिरिक्त महाधिवक्ता अनिल जोशी ने कोर्ट में पेश किया। इस पर कोर्ट ने रिपोर्ट को देखते हुए आसाराम के महाराष्ट्र में उपचार करवाने की प्रार्थना को खारिज कर दिया। इस दौरान आसाराम के अधिवक्ताओं की ओर से कहा गया कि आसाराम आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार करवाना चाहते हैं। कोर्ट ने इस पर जोधपुर के आयुर्वेदिक अस्पताल करवड़ में उपचार कराने पर विचार करने के साथ ही वहा से तत्काल रिपोर्ट मंगवाई है। ऐसे में अब रिपोर्ट आने पर हाई कोर्ट में याचिका पर 22 मार्च को सुनवाई होगी लेकिन आसाराम की महाराष्ट्र जाने की उम्मीद पर फिलहाल पानी फिर गया है।
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