अमेरिकी नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी।
आपका अख़बार ब्यूरो।
इस वर्ष अमेरिका के होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में जोरदार मुकाबला वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने की उम्मीद है। प्रख्यात इतिहास प्रोफेसर ऐलन जे लिचमैन, जिन्हें अमेरिकी चुनावों का नास्त्रेदमस कहा जाता है, ने चुनाव परिणामों को लेकर महत्वपूर्ण भविष्यवाणी की है। उन्होंने सीधे रूप से विजेता का नाम तो नहीं बताया है, लेकिन विभिन्न संकेतों के माध्यम से आगामी परिस्थितियों का इशारा जरूर किया है।
प्रोफेसर लिचमैन ने एक अंग्रेजी न्यूज चैनल से हुई चर्चा में कहा, “मैंने अभी तक चुनावी परिणामों पर अंतिम भविष्यवाणी नहीं की है लेकिन मेरे पास एक मॉडल है जिसमें तेरह ‘कीज़’ शामिल हैं, जो व्हाइट हाउस से जुड़े होते हैं और जो 1984 से अब तक लगातार दस चुनावों में सही सिद्ध हुए हैं। इस मॉडल के अनुसार, अगर तेरह में से छह या इससे अधिक ‘कीज़’ मौजूदा सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ जाती हैं तो हार की आशंका होती है। यदि छह या उससे कम ‘कीज़’ उनके खिलाफ जाती हैं तो जीत की संभावना बनी रहती है।”
सटीक भविष्यवाणी वोट डाले जाने पर ही संभव
ऐलन जे लिचमैन का मानना है कि जो बाइडन की पराजय मौजूदा परिस्थितियों में कोई बड़ी गलती होने पर ही संभव है। फिलहाल, वह दो मतों के अंतर से पीछे हैं। एक इतिहास विशेषज्ञ के अनुसार, प्रारंभिक सर्वेक्षण अक्सर चुनावी परिणामों का सटीक पूर्वानुमान नहीं कर पाते हैं और इनका अर्थ हाल की ट्रेंड पर ही आधारित होता है। उदाहरण के लिए “अगर आज वोट डाले गए, तो परिणाम यही होंगे”। चूंकि अभी वास्तविक चुनाव होने बाकी हैं, सर्वेक्षण अनुमानित परिणामों में भूल सुधार नहीं कर सकते और कभी-कभी भ्रामक हो सकते हैं।
एक बार लिचमैन की चुनावी भविष्यवाणी चूकी थी
ऐलन जे लिचमैन ने इस अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का अंदाजा लगाया है। वे बहुत पहले से ही कई राष्ट्रपति चुनावों के नतीजे सही-सही बता रहे हैं, जिनमें उनके नौ अनुमान सही साबित हुए हैं। वर्ष 2000 में हुए चुनावों के लिए उनकी पूर्वानुमान, जिसमें उन्होंने एल गोर की जीत की उम्मीद जताई थी, असत्य सिद्ध हुई थी, क्योंकि जॉर्ज बुश ने विजय हासिल की थी।