आपका अख़बार ब्यूरो।

लोकसभा चुनाव में अब केवल दो चरणों का मतदान बचा है। छठे चरण का मतदान 25 मई और सातवें और अंतिम चरण का मतदान 1 जून को है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी माहौल को उस स्थिति में पहुंचा दिया है जहां उनके दिए ‘एनडीए 400 पार’ और ‘बीजेपी 370’ नारे की चर्चा भारतीय जनता पार्टी और उसके गठबंधन में शामिल दलों से ज्यादा कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन के चुनाव प्रचार में सुनाई दे रही है।

आखिर ‘400 पार’ की हकीकत क्या है? यह वाकई एक गंभीर लक्ष्य है… या केवल अपने कार्यकर्ताओं का उत्साह बनाए रखने और विरोधियों को चकमा देने के लिए इसे ईजाद किया गया। एक टेलीविज़न चैनल दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने इस बारे में खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा:

“जब यह ‘400 पार’ की बात आई तो उसके दो पहलू हैं। एक तो यह कोई बीजेपी ने गढ़ा हुआ नारा नहीं है। यह जनता के दिलों से निकली हुई आवाज है। जहां तक मोदी का सवाल है आप देखते हैं 2019 से 2024 तक हम करीब 360 जीत कर के आए थे। एनडीए और सदन में दो तीन दल ऐसे थे जो लगातार हमारे साथ रहते थे। इसलिए एनडीए प्लस देखूं तो हम ऑलरेडी 400 थे।”

“2019 से 2024 तक सदन में हम 400 थे। अगर आपके परिवार में बच्चा 90 मार्क्स लेकर के आया और उसके क्लास में जो भी बच्चे हैं वे 30 मार्क्स लाए, 40 मार्क्स लाए… फिर भी आप उसको नहीं कहोगे- यार तेरे बाकी वाले 40 मार्क्स लाते हैं, तुम 50 लेकर बैठ जाओ। बेकार में काहे 90 मार्क्स लाने की मेहनत करते हो। आप उसको कहेंगे- नहीं यार, 90 मार्क्स आए लेकिन अगली बार 95 के लिए ट्राई करो ना। तो 400 होने के बाद मुझे तो मेरे साथियों को कहना ही होगा कि भैया, हमें तो और आगे जाना चाहिए। इसलिए ‘400 पार’ आया।”

“दूसरा, ऐसे ही किसी क्रिएटिव माइंड ने मुझे सुझाव दिया था कि 370 लोगों के जहन में ऐसा फिट बैठ गया है और हिंदुस्तान के आजादी के इतिहास में देश की एकता के लिए जो प्रयास हुए उसमें धारा 370 को लेकर जो काम हुआ है, वह भारत के विकास यात्रा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। इसलिए किसी ने कहा कि अब तो बीजेपी को टारगेट करना चाहिए- ‘बीजेपी के लिए 370’। तो उस 370 धारा में से यह आया। और यह मुझे कश्मीर के ही किसी साथी ने बताया था कभी। इसलिए मैंने संसद में कहा- भाई ऐसे भी लोग हैं जो मुझे कहते हैं बीजेपी को 370 सीटें प्राप्त करनी चाहिए, ताकि 370 का महात्म जनमानस में रजिस्टर हो जाए।”

“इस बार भी विपक्ष को लगता था कि ‘400 पार’ …आखिर क्या स्थिति हुई? इन सबको कहना यह पड़ रहा है कि ‘400 पार’ नहीं हो सकती। अपोजिशन क्या कहता है? उनको समझ ही नहीं आया कि कहां ले जा रहा हूँ मैं। वोटिंग के तीन चरण के बाद किसी ने उनको कहा कि ‘ क्या आप पूरा कैंपेन यह लड़ रहे हो कि मोदी 400 पार जाएगा कि नहीं जाएगा।”