अजय विद्युत/ आपका अख़बार ब्यूरो।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को सर्वोच्च न्यायालय ने 10 मई को चुनाव प्रचार के लिए 21 दिनों के लिए तिहाड़ जेल से रिहा किया था और 2 मई को पुनः जेल वापस लौटने को कहा था। आपका अख़बार ने अगले ही दिन 11 मई को एक खबर छापी थी कि वह जेल जाने से बचने के लिए क्या क्या हथकंडे इस्तेमाल कर सकते हैं, जो आज सही साबित हुई। उस खबर का शीर्षक था- ब्रेकिंग न्यूज: केजरीवाल का अगला हथकंडा क्या होगा।
अरविंद केजरीवाल की राजनीति– या कहें उनका व्यक्तित्व और कार्यशैली– में वह सब कुछ होता है जो बॉलीवुड की मसाला फिल्मों में आपको देखने को मिलता है। एक्शन, इमोशन, ट्रेजेडी, ड्रामा और धूर्तता का ओवरडोज– यह आपको उनकी हर एक्टिविटी में मिलेगा।
केजरीवाल को उनके आवास से दिल्ली शराब घोटाला से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। उससे पहले उसी दिन दोपहर में दिल्ली हाई कोर्ट ने उनको अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया था। तब से वह न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद थे। अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार के लिए अंतरिम उपाय के रूप में 21 दिनों के लिए कुछ शर्तों के साथ जेल से रिहा कर दिया था और कहा था कि 2 जून को वह सरेंडर करके दोबारा जेल चले जाएंगे।
आज यानी 27 मई को केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है जिसमें उन्होंने अपनी तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए अंतरिम राहत की अवधि को 7 दिन बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि उन्हें पीईटी-सीटी स्कैन सहित कुछ टेस्ट कराने हैं।
इस बीच आम आदमी पार्टी ने कहा है कि केजरीवाल में ऐसे लक्षण पाए गए हैं जो किडनी की किसी गंभीर बीमारी या कैंसर के भी संकेत हो सकते हैं। आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा कि केजरीवाल का वजन तेजी से घट रहा है गिरफ़्तारी के बाद से केजरीवाल का वजन 7 किलो घट चुका है और डॉक्टर इस बात का पता नहीं लगा पा रहे हैं कि उनका वजन क्यों कम हो रहा है। आतिशी का कहना है कि केजरीवाल का कीटोन लेवल काफी बढ़ा हुआ है। ये दोनों बातें किडनी की किसी गम्भीर समस्या या कैंसर तक का लक्षण तक हो सकते हैं।
‘आपका अख़बार’ ने 11 मई को प्रकाशित डॉ. सईद रिजवान अहमद की रिपोर्ट के इंट्रो में ही इन बातों का खुलासा कर दिया था: “सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक अरविंद केजरीवाल को दो जून को तिहाड़ जेल में सरेंडर करना होगा। वह पहली जून से तीन चार दिन पहले यानी 27-28 मई के बाद किसी भी मंच पर अचानक बेहोशी का ड्रामा करके गिर पड़ेगा। और फिर सुप्रीम कोर्ट से कहेगा कि मेरी तबियत बहुत ख़राब है। डायबिटीज बहुत बढ़ी हुई है। मुझे इलाज कराने के लिए कुछ और वक्त जेल से बाहर रहने दिया जाए।”
यह पूरी रिपोर्ट आप यहाँ पढ़ सकते हैं:
बता दें कि केजरीवाल की बीमारी को लेकर ये नौटंकी आम आदमी पार्टी तब भी करती रही जब वह तिहाड़ जेल में बंद थे। कहा गया जेल में उनका वजन काफी कम हो गया है। जबकि जेल के डॉक्टरों ने कहा कि उनका वजन उतना ही है जितना जेल में आते समय था।