पेरिस ओलंपिक में भारत के 117, पाक के सिर्फ 7 खिलाड़ी।
पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत हो चुकी हैं। इन खेलों में दस हजार पांच सौ से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इसकी ओपनिंग सेरेमनी काफी ऐतिहासिक रही। पेरिस की सीन नदी हिस्से लेने वाले देशों ने नाव के ज़रिए परेड की।
इस दौरान पाकिस्तान के दल ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। दरअसल, पाकिस्तान की ओपनिंग सेरेमनी में सरेआम बेइज्जती देखने को मिली। लाइव टीवी पर एक कॉमेंटेटर ने ऐसी बात कह दी, जो पड़ोसी देश के लिए चुभने वाली है।
पेरिस ओलंपिक में भारत लगभग 117 खिलाड़ियों का दल भेजा है। ये खिलाड़ी 16 स्पर्धाओं में मेडल के लिए खेल रहे हैं। लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान कुल 7 खिलाड़ियों के साथ पेरिस में खेल रहा है। यानी पेरिस ओलंपिक में खिलाड़ी भेजने के मामले में भारत पाकिस्तान से कोसों आगे हैं। ’ईएसपीएन स्पोर्ट्सकीडा’ की रिपोर्ट के अनुसार ऐसे में पाकिस्तान को ओपनिंग सेरेमनी में बेइज्जती का सामना भी करना पड़ा।
दरअसल, जब पाकिस्तान की परेड सीन नदी से गुजर रही थी, तब एक कॉमेंटेटर ने लाइव टीवी पर कह दिया कि पाकिस्तान 24 करोड़ लोगों का देश है, लेकिन ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए सिर्फ 7 एथलीट पहुंचे हैं। अब ये बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
पाकिस्तानी दल के खिलाड़ी
पेरिस ओलंपिक में पाकिस्तान की सबसे बड़ी उम्मीद अरशद नदीम हैं, जो भाला फेंक खिलाड़ी हैं। इनके अलावा निशानेबाज गुलाम मुस्तफा बशीर (25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल), गुलफाम जोसेफ (10 मीटर एयर पिस्टल, 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम) और किश्मला तलत (10 मीटर एयर पिस्टल, 25 मीटर पिस्टल, 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम), फैका रियाज (यूनिवर्सिटी प्लेस, एथलीट, 100 मीटर रेस), मोहम्मद अहमद दुर्रानी (200 मीटर फ़्रीस्टाइल (यूनिवर्सिटी प्लेस) और जहांआरा नबी (200 मीटर फ़्रीस्टाइल (यूनिवर्सिटी प्लेस) खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ी हैं।
29 साल से कोई मेडल नहीं
पाकिस्तान 1948 से ओलंपिक में हिस्सा ले रहा है। वहीं, उसे पहले ओलंपिक मेडल 1956 के ओलंपिक में मिला था। तब से लेकर अभी तक उसने सिर्फ 10 ओलंपिक मेडल ही जीते हैं। जिसमें 3 गोल्ड, 3 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज शामिल हैं। लेकिन पाकिस्तान ने ओलंपिक में आखिरी मेडल 29 साल पहले यानी 1992 में जीता था। इसके बाद से पाकिस्तान ओलंपिक मेडल के लिए तरस रहा है। पाकिस्तान की हॉकी टीम ने अभी तक सबसे शानदार प्रदर्शन किया है और 10 में से 8 मेडल उनके ही नाम हैं।