7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले का मास्टरमाइंड था हानियेह।
हमास की राजनीतिक शाखा का प्रमुख इस्माइल हानियेह मारा गया है। ईरान और उग्रवादी समूह हमास ने बुधवार तड़के यह जानकारी दी। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने इसकी पुष्टि की कि ईरान के नये राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या कर दी गई। हानियेह की अगुआई में ही हमास ने पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर 75 सालों का सबसे बड़ा हमला किया था। इसमें 1,200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
रिवोल्यूशनरी गार्ड ने बुधवार सुबह बताया कि तेहरान में हानियेह के ठिकाने पर रात 2 बजे (भारतीय समय के मुताबिक सुबह 4 बजे) मिसाइल से हमला किया गया। इसमें हानियेह और उसके एक बॉडीगार्ड की मौत हो गई।
हमास ने अपने राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख की मौत के लिए इजराइल के हवाई हमले को जिम्मेदार ठहराया। वहीं, ईरान के अर्धसैनिक बल ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ ने कहा कि वह हानिया की हत्या की जांच कर रहा है। उसने यह नहीं बताया कि हत्या कैसे हुई और हानियेह को किसने मारा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार तेहरान में स्थित इस्माइल हानिया के घर पर हमला हुआ, जिसमें एक अंगरक्षक समेत इस्माइल हानियेह की मौत हो गई।
बीते दिनों ही इस्राइली सेना ने हानियेह के तीन बेटों आमिर, हाजेम और मोहम्मद गाजा को भी हवाई हमले में ढेर कर दिया था। 7 अक्तूबर के हमले के बाद से इस्राइल ने हमास के कई शीर्ष आतंकियों को ढेर किया है। मंगलवार को ही इस्राइल ने हिजबुल्ला के शीर्ष नेता फौद शुक्र को भी एक हवाई हमले में मार गिराया था। हिजबुल्ला के नेता की मौत उस हमले के बाद हुई है, जिसमें गोलन हाइट्स में एक कथित हिजबुल्ला के हमले में इस्राइल के 12 किशोरों की मौत हो गई थी।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को इजराइल से हमास नेता इस्माइल हानियेह की मौत का बदला लेने का संकल्प लिया। खामेनेई ने कहा कि ईरान की राजधानी तेहरान में तड़के हुए हवाई हमले में इस्माइल हनियेह के मारे जाने के बाद इजराइल ने ‘‘अपने लिए कठोर सजा खुद तैयार कर ली है।’’
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानियेह की हत्या की बुधवार को निंदा की। पेजेशकियान ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उनका देश अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करेगा और (हानियेह की मौत के लिए) जिम्मेदार लोगों को ऐसा जवाब देगा कि उन्हें अपनी करतूत पर पछतावा होगा।
हानियेह की अगुवाई में 7 अक्टूबर 2023 में हमास ने इजरायल पर हमला किया था। इस हमले में इजरायल के करीब 1200 नागरिकों की मौत हो गई थी। इसके बाद इजरायल ने युद्ध की शुरुआत कर दी थी। तब से गाजा में कत्लेआम जारी है। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अक्टूबर के हमले के बाद से हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध में 39,360 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 90,900 से अधिक घायल हुए हैं।
हमास फ़िलिस्तीनी सुन्नी मुसलमानों की एक आतंकवादी संस्था है जो। हमास का गठन 1987 में मिस्र तथा फलस्तीन के मुसलमानों ने मिलकर किया था जिसका उद्धेश्य क्षेत्र में इसरायली प्रशासन के स्थान पर इस्लामिक शासन की स्थापना करनी थी। हमास का प्रभाव गज़ा पट्टी में अधिक है। इसके सशस्त्र विभाग का गठन 1992 में हुआ था।