आपका अखबार ब्यूरो ।
कोरोना वैक्सीन की बर्बादी को लेकर केंद्र सरकार ने चिंता जताई है और राज्यों से कहा है कि वे टीकाकरण की प्रक्रिया इस प्रकार करें जिससे वैक्सीन की बर्बादी कम से कम हो। फिलहाल देश में वैक्सीन की बर्बादी का औसत 6 फीसद है जिसे केंद्र सरकार एक फीसद से भी कम स्तर पर लाना चाहती है।
वैक्सीन की बर्बादी की समीक्षा
केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हर स्तर पर वैक्सीन की बर्बादी की समीक्षा करने की बात कही है। राज्यों से ऐसे उपाय करने को कहा है जिससे वैक्सीन के बर्बादी एक फ़ीसद से कम ही हो। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों को कहा है की वैक्सीन के स्टॉक का समय पर इस्तेमाल कर लिया जाए ताकि टीकों के उपयोग की अंतिम तिथि बीतने की समस्या से बचा जा सके।
45 वर्ष वालों का टीकाकरण शुरू
देश में गुरुवार 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों के लिए कोविड-19 की रोकथाम हेतु टीकाकरण शुरू कर दिया गया है। 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की आबादी भारत में लगभग 34 करोड़ है। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से दो सप्ताह के भीतर इस समूह के सभी लोगों का टीकाकरण करने के लिए कहा है।
वैक्सीन का स्टॉक जमा न करें
केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से अपील की है कि वे कोरोना टीकों की दूसरी खुराक के लिए वैक्सीन का भंडारण ना करें। केंद्र ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन का स्टोरेज करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि देश में टीमों की कोई कमी नहीं है। इसके साथ ही उनकी सप्लाई की भी पर्याप्त व्यवस्था है। जरूरत पर राज्यों को पर्याप्त मात्रा में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करा दी जाएगी।
कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा
देश में अब तक साढ़े छह करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। इसके बावजूद कोरोना का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 24 घंटों में 72,330 नए मामले सामने आए हैं और 459 लोगों की मौत हुई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक बार फिर कमर कस ली है और सभी राज्यों को कोरोना संबंधी गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है।